धनबाद: पुटकी मुन्ना हत्याकांड का खुलासा करते हुए धनबाद पुलिस ने मृतक के बड़े भाई दीपक और उसके दो सालों सहित कुल चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
घर में छोटा होने के बावजूद मुन्ना का ही ज्यादा चलता था। यही वजह रहा उसके बड़े भाई दीपक ने मुन्ना को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कर दी।
धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि मुन्ना के पिता की मृत्यु होने के बाद उसकी मां को नौकरी मिली थी। मां को मिलने वाला वेतन मुन्ना के हाथ में जाता था।
मतलब मुन्ना ही खर्च करता था और घर चलाता था। हाल ही में उसके बड़े भाई दीपक की शादी हुई थी। दीपक को उसके ससुराल से अच्छा खासा रुपये मिला था, उस पर भी मुन्ना का ही कंट्रोल था। इन बातों को लेकर पूर्व में दीपक के ससुराल वालों की उपस्थिति में घर में पंचायती भी हुई थी।
एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि मुन्ना की हत्या होने के बाद दर्ज हुए एफआईआर में जिनका नाम आया था, जांच के दौरान उनके विरुद्ध कोई साक्ष्य ही नही मिल रहा था।
एएसपी मनोज सवर्गियार के नेतृत्व में गठित टीम ने जब अनुसंधान शुरू किया तो मृतक मुन्ना का भाई दीपक जांच के दायरे में आने लगा।
एसएसपी ने बताया कि मुन्ना को रोड़ा समझते हुए दीपक ने जमुई से अपने साले विनय और विवेक तथा उसके दोस्त शुभम को बुलाकर हत्या की योजना बनाई।
उन्होंने बताया कि दीपक, विनय, विवेक और शुभम ने मिलकर मुन्ना की हत्या कर डाली। हत्या में प्रयुक्त हथियार और मोबाइल भी बरामद कर लिए गए हैं।