गढ़वा: प्रखंड में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाले मामले की जांच करने जिला के कई अधिकारी डंडई पहुंचे। अधिकारियों ने सबसे पहले मुख्यालय के होली फेथ पब्लिक स्कूल स्थल का जांच की।
इस क्रम में अधिकारियों ने सभी कक्षाओं में घूमकर कमरों की संख्या और साइज अपनी डायरी में नोट की। हालांकि विद्यालय के प्राचार्य और ना ही किसी सहायक शिक्षकों से उनकी मुलाकात हुई।
मौजूद लोगों से पता चला कि प्राचार्य जिला कल्याण पदाधिकारी के बुलावे पर अपना विद्यालयी दस्तावेज लेकर गढ़वा गए हैं।
इस कारण उक्त अधिकारियों द्वारा न तो यहां पर विद्यालय के प्राचार्य से पूछताछ हो सकी और ना ही वह विद्यालय से संबंधित किसी भी तरह के दस्तावेजों की जांच कर पाए।
उसके बाद जांच अधिकारियों ने जरही गांव के ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल की स्थल जांच की।
स्कूलों का भौतिक सत्यापन, छात्रों की ली जानकारी
जांच के समय ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल की भौतिक स्थिति के साथ-साथ विद्यालय के कमरों की संख्या और साइज की भी जानकारी ली गई।
वहीं विद्यालय में वर्गाकार अध्ययनरत छात्रों की संख्या, शिक्षकों की विवरणी तथा अल्पसंख्यक छात्रों की संख्या की जानकारी हासिल करते हुए अपनी डायरी में नोट किया।
तत्पश्चात अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर प्राचार्य संदेश कुमार रवि के अनुपस्थिति में प्रभारी प्राचार्य चंदन कुमार से लंबी पूछताछ की गई।
कब कराया विद्यालय का केवाईसी
इस दौरान अधिकारियों ने एनएसपी पोर्टल पर विद्यालय का केवाईसी कब कराए थे? और विद्यालय का नोडल कौन है? पूछा गया।
जवाब में चंदन ने बताया कि सत्र 2019 -20 में एनएसपी पोर्टल से छात्रवृत्ति हेतु मेरे और मेरे विद्यालय के किसी भी शिक्षकों द्वारा कभी भी केवाईसी नहीं कराया गया और ना ही छात्रवृत्ति के लिए कभी भी ऑनलाइन अप्लाई किया गया है।
चंदन ने बताया कि जिला कल्याण पदाधिकारी के कार्यालय से विद्यालय केवाईसी का डिटेल निकलवाया है। जिसमें डुप्लीकेट हेड मास्टर और डुप्लीकेट नोडल बनकर लालू प्रसाद नामक व्यक्ति के द्वारा फर्जीवाड़ा किया गया है।
जो ग्राम घघरी पोस्ट सगमा, जिला गढ़वा का ही रहने वाला है। जिसका आधार कार्ड विद्यालय केवाईसी में एनएसपी पोर्टल पर अपलोड है।
न टीचर न स्कूल का स्टाफ है लालू प्रसाद
चंदन ने बताया कि लालू प्रसाद नामक व्यक्ति मेरे विद्यालय का कभी भी शिक्षक नहीं रहा है। और ना ही विद्यालय के किसी पद पर कार्यरत रहा है।
वही अधिकारियों ने विद्यालय में अल्पसंख्यक छात्रों की संख्या पूछा तो चंदन ने बताया कि विद्यालय में मात्र 3 छात्र अल्पसंख्यक हैं।
जिसमें 2 छात्र एलकेजी में और एक छात्र पांचवी में अध्ययनरत है। घोटाले की जांच करने पहुंचे जांच अधिकारी डीआरडीए निदेशक ओनिल क्लेमेंट ओडेया ने कहा कि छात्रवृत्ति घोटाला को लेकर 2 विद्यालयों का भौतिक जांच सहित कई रजिस्टर की जांच की जा रही है।
जांच में जो रिपोर्ट आएगा। उसको उपायुक्त को सौंपेंगे। उसके बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। जांच करने आए अधिकारियों में सदर एसडीओ मो. जियाउल अंसारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी सोमा उरांव मौजूद थे।