रांची: झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन अपने लंबित मांगों को लेकर एक मार्च को झारखंड के सभी जिला के उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना देने का निर्णय लिया है।
झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के रांची जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार ने शनिवार को कहा कि अगर इसके बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी गई तो आठ मार्च को विधानसभा घेराव किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से कई बार आश्वासन दिए जाने के बावजूद मांगें पूरी नहीं की गई।
कुमार ने बताया कि वर्तमान में झारखंड में कुल 18673 होमगार्ड के जवान हैं, इनमें से मात्र 9000 ही ड्यूटी कर रहे हैं। एक दिन की ड्यूटी के एवज में इन्हें 500 रुपए मिलते हैं।
जिस दिन ड्यूटी नहीं मिली उस दिन उन्हें किसी भी प्रकार के मानदेय का भुगतान नहीं होता है। होमगार्ड के 9000 वैसे जवान जिन्हें ड्यूटी नहीं मिलती है, उनकी स्थिति काफी दयनीय है।
होमगार्ड की तरफ से यह मांग की गई थी कि उन्हें भी बिहार के तर्ज पर होमगार्ड को मिलने वाले सभी सुविधाएं दी जाए। बिहार में होमगार्ड जवानों को कर्तव्य भत्ता के रूप में रोजना 774 रुपए का भुगतान होता है।
वहीं, झारखंड में होमगार्ड जवानों को एक अप्रैल 2019 से महज 500 रुपए कर्तव्य भत्ता का भुगतान प्रतिदिन होता है।
एसोसिएशन के संरक्षक मनोज कुशवाहा ने कहा कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा था कि बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी होमगार्ड के जवानों को कर्तव्य भत्ता दिया जाएगा।
लेकिन अबतक इसपर कोई निर्णय नहीं लिया गया।