धनबाद: गुरुवार की सुबह ECL मुगमा एरिया की कापासारा आउटसोर्सिंग खदान (Kapasara Outsourcing Mines) के ऊपरी भाग में जमीन 50 फीट के दायरे में धंस गयी।
जमीन तेज आवाज के साथ करीब पांच फीट की गहराई तक धंस गयी। इस दौरान पास में ही अवैध कोयला खनन (Illegal Coal Mining) कर रहे करीब 30 लोग बाल-बाल बचे।
घटनास्थल से करीब 50 फीट दूर बसे दो-तीन परिवार भी बाल-बाल बचे। कोलियरी और आउटसोर्सिंग प्रबंधन ने भू-धंसान (Landslide) की घटना को स्वीकार किया है, लेकिन किसी के मरने की पुष्टि नहीं की है।
हावड़ा-नयी दिल्ली मुख्य रेल मार्ग को भी खतरा
बताया जा रहा है कि हर दिन की तरह बुधवार की रात भी लोग अवैध खनन के लिए खदान के अंदर गये थे। वे खदान के अंदर हैं या घटना से पहले बाहर निकल गये, यह पता नहीं चल सका है।
लोग इस तरह की घटनाओं के लिए Outsourcing कंपनी प्रबंधन और ECL के अधिकारियों की लापरवाही को जिम्मेदार बता रहे हैं। बता दें कि घटनास्थल से 500 मीटर की दूरी पर हावड़ा-नयी दिल्ली मुख्य रेल मार्ग है।
यहां अवैध खनन से इस रेल लाइन को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। दरार पड़ी जमीन के नीचे अवैध कोयला खनन (Illegal Coal Mining) के 10 से ज्यादा मुहाने हैं। लोगों का आरोप है कि मुहाने के भीतर अवैध खनन हो रहा था। घटना के बाद खनन में लगे लोग वहां से भाग गये।