गिरिडीह: बगोदर (Bagodar) डायन बिसाही प्रताड़ना का मामला लेकर शनिवार को थाना पहुंचे दामा गांव (Dama Village) के दलित दंपति (Dalit Couple) को बैरंग लौटना पड़ा।
थाना में आवेदन लेने से इनकार करने पर दंपति ने कहा कि न्याय नहीं मिलने पर अब वे सामूहिक आत्मदाह कर लेंगे।
बगोदर अंतर्गत औरा पंचायत के दामा गांव में डायन बिसाही (Witchcraft) के आरोप में प्रताड़ित बुधनी देवी, पति राजेंद्र रविदास व पुत्रवधू के साथ थाना प्रभारी के नाम आवेदन लेकर शनिवार को थाना पहुंची थी।
डायन कहकर की गाली-ग्लौज, फिर घसीट कर लात घूसों से की बेरहमी पिटाई
आवेदन में कहा है कि शनिवार सुबह करीब 9 बजे पड़ोस की महिला अपने पति के साथ उसके घर पहुंची। डायन कहकर गाली-ग्लौज की, फिर घसीट कर लात घूसों से उसकी बेरहमी पिटाई की।
बुधनी के अनुसार पिछले 2 साल से डायन कहकर उसे प्रताड़ित (Harassed) किया जा रहा है। गांव समाज में उसकी कोई नहीं सुन रहा है। वह थाना पहुंची, लेकिन थाना में आवेदन ही नहीं लिया गया।
बुधनी के अनुसार थाने में मौजूद एक कर्मी ने आवेदन (Application) लेने से यह कहकर इंकार कर दिया कि थाना प्रभारी नहीं हैं।
इसके बाद पीड़िता और उसके परिजन बहुजन क्रांति मोर्चा (Kranti Morcha) के अनुमंडल संयोजक भीखी राम पासवान से मिले और घटनाक्रम बताया।
भिखी राम पासवान ने थाना प्रभारी के मोबाइल (Mobile) पर बात की तो कहा कि थाने में आवेदन दे दीजिए । इसके बावजूद आवेदन नहीं लिया गया। कहा कि इस बाबत SDPO से शिकायत की है।
थानेदार नहीं रहने पर रजिस्टर में मामला किया जाएगा अंकित
SDPO नौशाद आलम ने कहा कि जल्द ऐसा नियम बनाने वाले हैं, जिसमें थाना प्रभारी के नहीं रहने पर रजिस्टर (Register) में कांड अंकित कर आवेदन देने का प्रावधान होगा। मामले की जांच की जाएगी।
आवेदन नहीं लेने की होगी जांच
थाना प्रभारी इधर,थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने कहा कि डायन बिसाही प्रताड़ना (Witchcraft Torture) के बाबत आवेदन देने कोई पीड़िता या उसका परिजन थाना नहीं पहुंचे हैं। यदि थाना में आवेदन नहीं लिया गया तो वह इसकी जांच कर कार्रवाई करेंगे।