रांची: प्रदेश भाजपा के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को राज्य निर्वाचन पदाधिकारी के रविकुमार से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।
इसमें देवघर उपायुक्त के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा सांसद निशिकांत दुबे पर दुर्भावना से प्रेरित होकर एक दिन में पांच एफआईआर किये जाने का कड़ा विरोध दर्ज कराया।
प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा के साथ प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा, प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक एवम चुनाव आयोग संपर्क विभाग के सह संयोजक सुधीर कुमार श्रीवास्तव शामिल थे।
पत्रकारों से बात करते हुए प्रदीप वर्मा ने कहा कि देवघर ज़िला प्रशासन राज्य के सत्ताधारी गठबंधन दलों के फ्रंटलाइन वर्कर की तरह काम कर रहा है। देवघर ज़िला प्रशासन की सांसद के खिलाफ की गई कार्रवाई दुर्भावना से प्रेरित है।
आज न कोई आचारसंहिता लागू है, न कोई चुनाव हो रहे। फिर भी महीनों पुराने ट्वीट को आधार बनाकर एफआईआर कराना एक चुने हुए जन प्रतिनिधि को जानबूझकर परेशान एवम अपमानित करने की मानसिकता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि आज देवघर में वही पदाधिकारी उपायुक्त है जिसके खिलाफ चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए उन्हें चुनाव कार्य से मुक्त किया था।
जिस संदर्भ में आज महीनों बाद एफआईआर दर्ज कराया जा रहा है उसका निष्पादन चुनाव आयोग ने पहले ही कर दिया है,फिर उसपर कार्रवाई कराना दुर्भावना से प्रेरित है।
अगर लगातार तीन बार से गोड्डा संसदीय क्षेत्र की जनता के द्वारा चुने जा रहे लोकप्रिय जन प्रतिनिधि के खिलाफ राज्य सरकार ऐसी कार्रवाई कर रही है तो आम आदमी के साथ कैसा व्यवहार ज़िला प्रशासन करता होगा यह सोचनीय है।
उन्होंने कहा कि देवघर ज़िला प्रशासन की दुर्भावनापूर्ण ऐसी कार्रवाई की प्रदेश भारतीय जनता पार्टी कड़ा विरोध करती है तथा राज्य निर्वाचन पदाधिकारी से अनुरोध करती है कि इस मामले को गंभीरता पूर्वक संज्ञान में लेते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा करें।