रांची: झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार के तानाशाही और घमंडी रवैया के कारण आज किसान सड़कों पर है।
किसानों की ओर से लगातार तीन कृषि काले कानून को वापस लेने की मांग की जा रही है। लेकिन मोदी सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है।
मंगलवार को कांग्रेस भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजेश ठाकुर ने मोदी सरकार के लाये तीन कृषि कानून को लेकर बड़ा हमला बोला है।
उन्होंने कहा है क्या कांग्रेस किसानों का डर है कि केंद्र के मोदी सरकार उन कानूनों को लेकर 11 बार किसानों से बातचीत को तैयार हुई है।
लेकिन फिर भी मोदी सरकार अपने रवैया से पीछे नहीं हटी है।
उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस के निर्देश पर केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन काले कानून की वापसी के लिए प्रदेश कांग्रेस के आगामी कार्यक्रमो की भी जानकारी दी।
राजेश ठाकुर ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उराँव के आह्वान पर चरणबद्ध आंदोलन के तहत किया जाना है।
उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठंड में बैठे इन किसानों पर मोदी सरकार ने हर तरह के जुल्म किये, लेकिन किसान दिल्ली बॉर्डर पर 75 दिन से डटे हुए हैं।
175 किसानों ने इस आंदोलन मे शहादत दी है। पिछले 75 दिन से बैठे इन किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर शांतिपूर्ण और गांधीवादी ढंग से विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसानों की खेती बचाने के साथ सार्वजनिक वितरण प्रणाली को बचाने का भी आंदोलन है, जिसमें पूरे देश का गरीब, खेत मजदूर, अनुसूचित जाति-जनजाति और पिछड़ा वर्ग मजबूती से खडा है।
सत्ता के अहंकार में चूर मोदी सरकार इस आंदोलन को बदनाम करने और आंदोलनकारियों को थकाने के लिए नित रोज नए हथकंडे अपना रही है।
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने संसद को गुमराह करने और देश को भटकाने की एक नयी कोशिश की। प्रधानमंत्री के द्वारा भी संवेदनहीनता दिखाते हुए आंदोलनकारियों को उपहास उडाया गया।
सार्वजनिक तथ्य है कि किसान संगठन सरकार से 11 दौर की बैठकें कर चुके हैं, जिसमें किसानों ने तीन कृषि कानूनों में विभिन्न खामियों का बिंदुवार ब्यौरा दिया है।
इसके बाद केन्द्र सरकार तीन कानूनों में 18 संशोधन करने की बात स्वीकार कर चुकी है। ये तीन कानून के लिए किसान दिल्ली के बाहर खड़े हैं और सरकार इनसे बात करने की बजाए उनको धमका रही है।
यहाँ तक की एनआईए का प्रयोग कर रही है। उनको बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
चरणबद्ध आंदोलन चला रही पार्टी ने तय किया है कि अन्य कार्यक्रम
राजेश ठाकुर ने कहा कि काले कृषि कानून के विरोध में पार्टी लगातार चरणबद्ध आंदोलन कर रही है।
बीते दिनों रांची में राजभवन मार्च, संथाल परगना में ट्रैक्टर रैली, रांची में जनाक्रोश मार्च के बाद अब आगामी 10 फरवरी को प्रखंड स्तर पर किसान सम्मेलन, 13 फरवरी को जिला स्तर पर पदयात्रा कार्यक्रम, 20 फरवरी को हजारीबाग में राज्यस्तरीय किसान सम्मेलन सह ट्रैक्टर रैली करने जा रही है।