नई दिल्ली: भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान में गलती से मिसाइल दागने की बात को स्वीकार किया है। भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि सिरसा से यह सुपरसोनिक मिसाइल तकनीकी खराबी की वजह से पाकिस्तान की ओर चली गई थी, जो विस्फोटक रहित थी।
इस घटना की पुष्टि करते हुए रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार कहा कि मिसाइल की आकस्मिक फायरिंग तकनीकी खराबी की वजह से हुई थी, जो कि पाकिस्तान की वायु सीमा में 124 किलोमीटर अंदर गिरी थी।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 9 मार्च 2022 को, नियमित रखरखाव के दौरान, एक तकनीकी खराबी के कारण गलती से एक मिसाइल की फायरिंग हो गई।
बयान में आगे कहा गया है, भारत सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए एक उच्च स्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा, पता चला है कि मिसाइल पाकिस्तान के एक इलाके में गिरी थी। हालांकि यह घटना अत्यंत खेदजनक है, वहीं राहत की बात यह भी है कि हादसे में किसी को जान नहीं गंवानी पड़ी है।
इससे पहले दिन में, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने भारत के चार्ज डीअफेयर को तलब किया और इसे अपने हवाई क्षेत्र का अकारण उल्लंघन करार दिया। एक बयान में इसने नई दिल्ली को अप्रिय परिणाम की चेतावनी भी दी।
पाकिस्तान की ओर से दावा किया गया था कि यह एक भारतीय मूल का ऑब्जेक्ट (वस्तु) था। अज्ञात उच्च-ऊंचाई वाली सुपरसोनिक ऑब्जेक्ट उसके क्षेत्र में जाकर गिरा।
अपने बयान में उसने भारत से भविष्य में इस तरह के उल्लंघन से बचने के लिए प्रभावी उपाय करने का आग्रह किया है।
गुरुवार को, पाकिस्तान ने दावा किया कि एक सुपरसोनिक मिसाइल सिरसा से उड़ान भरकर पाकिस्तानी क्षेत्र में उतरी। मिसाइल 40,000 फीट की ऊंचाई पर मंडरा रही थी और भारतीय और पाकिस्तानी दोनों हवाई क्षेत्र में यात्री उड़ानों को खतरे में डाल रही थी। इसके अलावा इससे जमीन पर नागरिकों और संपत्ति को भी नुकसान पहुंच सकता था।
पाकिस्तानी सशस्त्र बल इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने 9 मार्च को 18.43 बजे कहा था कि एक तेज गति से उड़ती चीज जो भारत से आई थी, उसे पाकिस्तानी एयर फोर्स के एयर डिफेंस ऑपरेशन सेंटर ने देखा था।
उनका कहना है कि सेना को यह पता नहीं था कि वह क्या है। यह चीज भारत के सिरसा से आई थी और पूर्वी पाकिस्तान के मियां चानू में गिरी बता दें कि सिरसा दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा में स्थित है।
वह घटना को लेकर गुरुवार शाम संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम में कोई मानव हताहत नहीं हुआ। उन्होंने आगे कहा, जब यह (ऑब्जेक्ट) गिरा तो इसने कुछ नागरिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। शुक्र है कि मानव जीवन को कोई नुकसान या चोट नहीं पहुंची।
मेजर जनरल इफ्तिखार ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार आवश्यक सामरिक कार्रवाई शुरू की गई है उन्होंने कहा, इस घटना के कारण जो भी रहा हो, वह भारतीयों को बताना है।
उन्होंने कहा कि यह सुपरसोनिक मिसाइल 40,000 फीट की ऊंचाई पर माक 3 की गति से उड़ी और पाकिस्तान की वायुसीमा में 124 किलोमीटर अंदर आने के बाद गिर गई।