देवघर: उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री, अनुमंडल पदाधिकारी दिनेश कुमार यादव ने गुरूवार को देवघर सूचना भवन सभागार में आयोजित हस्तशिल्प चौपाल सह परिचर्चा कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
मौके पर उपायुक्त ने कहा कि भारत गांवों का देश है यहां हस्तशिल्प की अपनी लंबी परंपरा रही है, जिसका सामजिक सांस्कृतिक महत्व है।
आज हम आधुनिक तकनीक से जुड़ रहे हैं। लेकिन परंपरागत हस्तशिल्प से कट रहे हैं ऐसे में इस कार्यशाला का अपना महत्व है।
उपायुक्त ने कहा है कि अर्थव्यवस्था और समाज की व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है कि विभिन्न ट्रेडों के हस्तशिल्पियों, कारीगरों तथा अन्य पारम्परिक उद्योगों से जुड़े महिलाओं को प्रशिक्षित कर समाज की मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि पारम्परिक हस्तशिल्पी व कारीगर जब खुशहाल व समृद्ध होंगे, तभी समाज खुशहाल होगा और अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी।
उन्होंने कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के पारम्परिक कारीगर जैसे बम्बू क्राफ्ट, लाह की चूड़ी, लोहार, कढ़ाई, बुनाई करने वालों को एक प्लेटफाॅर्म पर लाकर उन्हें बेहतर बाजार उपलबध कराया जायेगा।
इसके लिए देश व राज्य स्तर पर लगने वाले मेला एवं ऑनलाइन प्लेटफाॅर्म, एमेजाॅन, फ्लिपकार्ट, सरकारी पोर्टल जेम के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराने का प्रयास कराया जायेगा।