नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बीते सप्ताह में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले कम से कम 70 जिलों में कोविड-19 मामलों में 150 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
स्वास्थ मंत्रालय ने जांच और टीकाकरण में तेजी लाने की बात कहते हुए ये जानकारी दी।
यह चेतावनी उस दिन आई जब देश में एक दिन में 35,836 मामले दर्ज किए गए, ये आंकड़ा 5 दिसंबर के बाद सबसे अधिक है। इन आंकड़ों से साफ है कि कई इलाके कोरोना की दूसरी लहर में प्रवेश कर चुके हैं।
केंद्र ने इन राज्यों को इन जिलों में टीकाकरण में तेजी लाने के तरीकों पर गौर करने की सलाह दी है, जो सकारात्मक दर में वृद्धि की रिपोर्ट कर रहे हैं।
कोविड -19 अपडेट पर साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि टीकाकरण प्रक्रिया को इन क्षेत्रों में अधिक लक्षित और बेहतर रूप से केंद्रित किया जाना चाहिए।
शीर्ष अधिकारियों ने यह भी कहा कि टीकाकरण अभियान को और अधिक लोगों के लिए खोलने पर विचार किया जा रहा है, लेकिन वर्तमान में हमारा उद्देश्य अधिक से अधिक बुजुर्ग आबादी को कवर करना है।
एक बार जब इस समूह का पर्याप्त रूप से ध्यान रखा जाता है, तो अन्य श्रेणियों को खोल दिया जाएगा। इधर, दिल्ली में भी कोरोना वायरस के कहर एर बार फिर बढ़ता जा रहा है।
लोगों ने अपने बर्ताव ढील बर्तनी शुरू की है और इसके साथ ही प्रशासन ने भी कोरोना गाइडलाइन्स फॉलो न करने वालों पर अपना हाथ ढीला छोड़ दिया है।
पुलिस और सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में संक्रमण की तीसरी लहर के चरम के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में कोविड -19 मानदंडों के उल्लंघन के लिए जुर्माने लगाए।
अब शहर का कोविड -19 ग्राफ ऊपर की ओर जा रहा है। शहर में फिर कोरोना मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है।
विशेषज्ञों ने दिल्ली के केसलोड में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के प्रकोप के लिए मास्क न पहनने और सामाजिक दूरी फॉलो न करने को ठहराया है।
लोग कोरोना गाइडलाइन्स का पालन गंभीरता से नहीं कर रहे हैं। 1 से 15 मार्च के बीच, शहर में केवल 130-160 लोगों पर सार्वजनिक रूप से मुखौटा मास्क न पहनने के लिए एक दिन का जुर्माना लगाया गया था, पिछले साल अक्टूबर और नवंबर के मुकाबले शहर में जुर्माने को लेकर तेज गिरावट आई है, जब पुलिस ने एक दिन में लगभग 2,300 लोगों पर जुर्माना लगाया था।