बेंगलुरु: ऑक्सीजन की कमी के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान चामराजनगर जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमित 24 मरीजों की मौत हो गई है।
हालांकि, ऑक्सीजन की उपलब्धता और कमी को लेकर परस्पर विरोधी सूचनाएं मिल रही हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कोरोना संक्रमित 12 रोगियों ने पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति की कमी के कारण दम तोड़ दिया जबकि अन्य मरीजों की मौत दूसरी वजहों से हुई है।
चामराजनगर जिले के उपायुक्त डॉ एमआर रवि ने गंभीर मानव त्रासदी को स्वीकार किया है।
उन्होंने बताया कि रविवार सुबह से आज सुबह तक 24 लोगों की जान चली गई है लेकिन अभी यह पुष्टि नहीं की जा सकी है कि क्या ये सभी मौतें ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी के कारण हुई हैं।
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा इस मामले में उपायुक्त के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और कल शाम 4 बजे एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक बुलाई है।
हालांकि मैसूरु उपायुक्त रोहिणी सिंधुरी ने अपर्याप्त ऑक्सीजन आपूर्ति के आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता के अनुरूप ऑक्सीजन का कोटा भेजा गया था।
सहकारिता और मैसूरु जिला प्रभारी मंत्री एसटी सोमशेखर ने भी पुष्टि की है कि आवश्यक सिलेंडरों की आपूर्ति में कोई ढिलाई नहीं थी।
चामराजनगर के पूर्व सांसद आर ध्रुवनारायण ने गंभीर त्रासदी के लिए जिला प्रशासन, जिला प्रभारी मंत्री एस सुरेश कुमार और राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने घटना के लिए सरकारी विभागों के बीच समन्वय की कमी का आरोप लगाया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और चामराजनगर के सांसद वी. श्रीनिवास प्रसाद ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने कल रात लगभग 9 बजे उपायुक्त के साथ बातचीत की थी और इसके बाद भी ऑक्सीजन की कमी का उल्लेख नहीं किया गया।
प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा तथा चामराजनगर जिला प्रभारी मंत्री एस सुरेश कुमार ने दावा किया है कि सभी 24 मौतें ऑक्सीजन की कमी से संबंधित नहीं हैं।
आधी रात के दौरान ऑक्सीजन की कमी का अनुभव किया गया था और मैसूरु से चामराजनगर पहुंचने वाले ऑक्सीजन सिलेंडरों में देरी को मौतों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
उन्होंने कहा कि मौतों की वास्तविक वजह का पता लगाने के लिए हमने रिपोर्ट मांगी है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने बेंगलुरु में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए आगे का कुछ और ब्योरा देने से इनकार कर दिया।
उन्होंने जल्द ही चामराजनगर पहुंचने पर सभी विवरण उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।