नई दिल्ली: भारत, सिंगापुर, और थाईलैंड की नौसेना आपसी विश्वास को मजबूत करने और क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में आम समझ और प्रक्रियाओं को विकसित करने के लिए अंडमान सागर में एक त्रिपक्षीय समुद्री अभ्यास सिटमेक्स-20 कर रही है।
अभ्यास के दूसरे संस्करण के रूप में, भारतीय नौसेना के जहाजों में स्वदेशी रूप से निर्मित पनडुब्बी रोधी कार्वेट कामोर्टा और मिसाइल कार्वेट करमुक शामिल हैं।
दो दिवसीय अभ्यास शनिवार से शुरू हुआ। रक्षा मंत्रालय ने रविवार को ये जानकारी दी।
सिटमेक्स अभ्यास का पहला आयोजन सितंबर 2019 में पोर्ट ब्लेयर में किया गया था।
सिटमेक्स अभ्यास भारतीय नौसेना, रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी (आरएसएन) और रॉयल थाई नेवी (आरटीएन) के बीच पारस्परिक सहयोग बढ़ाने के लिए आयोजित किया जाता है।
अभ्यास के 2020 संस्करण को सिंगापुर नेवी (आरएसएन) द्वारा होस्ट किया गया है।
कोविड-19 महामारी के मद्देनजर नॉन-कॉन्टेक्ट एट सी ओनली एक्सरसाइज के रूप में आयोजित यह अभ्यास तीनों नौसेनाओं और समुद्री पड़ोसियों के बीच समुद्री क्षेत्र में बढ़ते तालमेल, समन्वय और सहयोग को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
दो दिन के समुद्री अभ्यास में तीनों नौसेनाओं ने कई तरह के अभ्यासों में हिस्सा लिया जिसमें नौसेना युद्धाभ्यास, सतह युद्ध अभ्यास और हथियारों से गोलीबारी शामिल है।