अहमदाबाद : विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया गुरुवार से मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले चौथे टेस्ट मैच में सीरीज पर कब्जा कर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने उतरेगी।
भारत को चेन्नई में खेले गए पहले मैच में हार का सामना करना पड़ा था, जबकि उसने दूसरे और तीसरे टेस्ट में जीत हासिल कर सीरीज पर 2-1 से बढ़त बनाई थी।
भारत अगर यह मुकाबला जीत जाता है या इसे ड्रॉ कराकर सीरीज 2-1 से अपने नाम करता है तो वह डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंच जाएगा जहां उसका सामना जून में न्यूजीलैंड की टीम से होगा जो पहले ही खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर चुकी है।
कोहली के कप्तानी वाली टीम इंडिया ड्रॉ के लिए नहीं जानी जाती है। यह टीम जीत के लिए उतरती है और ड्रॉ इस टीम का आखिरी विकल्प है।
यह बात हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में हुए चौथे टेस्ट में साबित हुई थी जहां टीम इंडिया ने ड्रॉ की ओर जा रहे मैच को जीत में बदल दिया था।
टीम इंडिया के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि चौथे टेस्ट में पिच दूसरे और तीसरे टेस्ट के समान ही रह सकती है।
हालांकि, अगर इंग्लैंड इस पिच पर अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहता है तो यह भारत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। अगर इंग्लैंड पहले बल्लेबाजी करते हुए अच्छा स्कोर करता है तो भारत को दूसरी पारी में दिक्कत हो सकती है।
इस बीच जब भारतीय कप्तान कोहली से पूछा गया कि क्या पिच भारत की मदद करेगी। इस पर उन्होंने कहा, नहीं मुझे ऐसा नहीं लगता।
कोहली ने साथ ही कहा कि वह डब्ल्यूटीसी फाइनल के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहे हैं, क्योंकि टीम ज्यादा से ज्यादा टेस्ट मैच जीतना चाहती है और इसके बारे में सोचने से ध्यान भटकता है।
तीसरे टेस्ट में जिस तरह बल्लेबाजी पूरी तरह विफल रही थी उसे देखते हुए बल्लेबाजी तकनीक पर सुधार की जरूरत है। हालांकि यह मुकाबला गुलाबी गेंद से खेला गया था जो स्पिन कर रही थी।
इंग्लैंड के बल्लेबाज और रहाणे ने स्वीकार किया था कि ऐसी पिचों पर लाल गेंद से खेलना ज्यादा आसान होता है।
बल्लेबाजों को थोड़ी सुधार की जरूरत है। उन्हें सीधा खेलने पर ध्यान देना होगा। ऐसा ही कुछ दिनों पहले भारत के पूर्व बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर और अंशुमान गायकवाड़ ने कहा था।
संभावित टीमें इस प्रकार हैं :
भारत : रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुदर, ईशांत शर्मा और उमेश यादव
इंग्लैंड : डॉमिनिक सिब्ले, जैक क्रावली, जॉनी बेयरस्टो, जोए रूट (कप्तान), बेन स्टोक्स, ओली पोप, बेन फोक्स (विकेटकीपर), डॉम बेस, जैक लीच, जोफ्रा आर्चर और जेम्स एंडरसन