न्यूयॉर्क: अमेरिकी राष्ट्रपति-चुने गए जो बाइडेन और उप-राष्ट्रपति चुनी गईं कमला हैरिस ने 20 जनवरी के अपने शपथ ग्रहण और उस समय के अन्य उत्सवों के लिए भारतीय-अमेरिकी माजू वर्गीस को एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया है।
वर्गीस ने ही उनका चुनावी कैंपेन भी संभाला था।
सोमवार को हुई घोषणा के साथ ही वर्गीस पांचवे भारतीय-अमेरिकी बन गए हैं, जिन्हें बाइडेन और हैरिस ने एक और अहम पद पर नियुक्त किया है।
इससे पहले बाइडेन ने औपचारिक रूप से नीरा टंडन को मैनेजमेंट एंड बजट ऑफिस का डायरेक्टर नियुक्त किया था।
वर्गीज ने बाइडेन-हैरिस कैंपेन में अहम भूमिका निभाई थी। वे बाइडेन के वरिष्ठ सलाहकार भी रहे हैं।
इस कैंपेन में उन्होंने बाइडेन को चुनने के लिए कड़ी मेहनत की और इसके लिए हजारों कर्मचारियों और स्वयंसेवकों को जुटाया।
इसके अलावा वे पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के विशेष सहायक और उनकी अमेरिका और विदेशों की यात्राओं का आयोजन किया। इसमें 2015 में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए भारत की ओबामा की यात्रा भी शामिल है।
वर्गीज के माता-पिता केरल के तिरुवल्ला से अमेरिका आए, यहीं वह पैदा हुआ और वकालत का प्रशिक्षण लिया।
राष्ट्रपति के रूप में बाइडेन और उप-राष्ट्रपति के रूप में हैरिस का यह शपथ ग्रहण समारोह 59 वां समारोह होगा।
इस बार यह कोविड-19 महामारी की छाया में होगा और जाहिर है खुशी के इस मौके और उत्सव के दौरान बाइडेन समर्थकों में बीमारी का प्रसार रोकने की जरूरत होगी।
कार्यक्रम की उद्घाटन समिति के सीईओ टोनी एलन ने कहा, इस साल का समारोह महामारी के कारण अलग होगा, लेकिन हम अमेरिकी उद्घाटन परंपराओं का सम्मान करेंगे और हर किसी को स्वस्थ और सुरक्षित रखते हुए देश भर में अमेरिकियों को शामिल करेंगे।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एक औपचारिक बॉल डांस होगा जो राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति अपने पार्टनर्स के साथ करते हैं, फिर आमंत्रित मेहमान भी डिजाइनर पोशाक में ग्लैमरस कपड़े पहने इसमें शामिल होते हैं।
कार्यक्रम में आए लोगों के लिए कई मनोरंजक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
अधिकारिक तौर पर कांग्रेस इस कार्यक्रम की प्रभारी होती है और आयोजन कांग्रेस कॉम्प्लेक्स में होता है।
\इसकी एक समिति होती है, जिसका वर्तमान में नेतृत्व रिपब्लिकन सीनेटर रॉय ब्लंट कर रहे हैं और इसमें डेमोक्रेट स्पीकर नैंसी पेलोसी भी शामिल हैं।
लेकिन जीतने वाले राष्ट्रपति भी अन्य समारोहों को आयोजित करने और कार्यक्रमों के लिए धन जुटाने के लिए अपनी समितियों का गठन करते हैं।