न्यूयॉर्क: जो बाइडन ने 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही प्रशासन के कामकाज को संभालने के लिए बनाई गई प्रमुख टीम में दो भारतीय अमेरिकियों को भी नामित किया है।
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में प्रीकॉर्ट इंस्टीट्यूट ऑफ एनर्जी के निदेशक अरुण मजूमदार डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी की देखरेख करने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले हैं। गौरतलब है कि यह विभाग परमाणु हथियारों का डिजाइन, निर्माता होने के साथ ही उनका परीक्षण भी करता है।
टीम में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के बर्कली भौतिकी के प्रोफेसर राममूर्ति रमेश भी शामिल हैं, जो विभिन्न विभागों और एजेंसियों से निपटने वाली टीमों में नियुक्त 21 भारतीय अमेरिकियों में से एक हैं।
वहीं किरण आहूजा संघीय प्रशासन के मानव संसाधन एजेंसी, सिविल सेवा के लिए संघीय जांच कार्यालय और व्हिसलब्लोअर के संरक्षण से निपटने वाली टीम की प्रमुख हैं।
बाइडन-हैरिस ट्रांजिशन ऑर्गनाइजेशन के अनुसार, टीमों को सत्ता का सुचारू ट्रांसफर सुनिश्चित करना है। कमला हैरिस उपराष्ट्रपति बनने वाली हैं।
ये समीक्षा टीमें पूर्व सर्जन जनरल विवेक मूर्ति की सह-संचालित हाई-पावर्ड कोविड-19 एडवाइजरी बोर्ड से अलग हैं और इसमें सर्जन और लेखक अतुल गवांडे शामिल हैं। उन्होंने राष्ट्रपति क्लिंटन के प्रशासन में हेल्थ केयर टास्क फोर्स समिति का निर्देशन किया था।
हालांकि मीडिया ने बाइडन को चुनाव का विजेता घोषित कर दिया है, वहीं अधिकारी अभी भी मतों की गिनती कर रहे हैं। दरअसल ट्रंप ने डेमोक्रेट को मिली जीत को स्वीकार करने से मना कर दिया है और कुछ परिणामों को उन्होंने कोर्ट में चुनौती दी है।