Mumbai: पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तनाव मुक्त जीवन जीने के अपने रहस्यों को साझा करते हुए कहा कि भले ही ऐसा करना कठिन हो लेकिन माफ करके आगे बढ़ जाना चाहिए। उन्होंने साथ ही खुद को एक लापरवाह व्यक्ति बताया जो अपनी रात की नींद इस बात पर ध्यान देकर खराब नहीं करता कि अन्य लोग उनके बारे में क्या सोच रहे हैं।
क्रिकेट में शांत स्वभाव से बनाई अलग पहचान
अपने शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर में भारत को दो विश्व कप खिताब दिलाने वाले 43 वर्षीय पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी को खेल के महानतम खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। उन्होंने मैदान पर अपने शांत और एकाग्र दृष्टिकोण से एक नेतृत्वकर्ता के लिए उच्च मानक स्थापित किए हैं।
संभवतः आखिरी आईपीएल सत्र की तैयारी में धोनी
वह अब जब चेन्नई सुपर किंग्स के साथ एक खिलाड़ी के रूप में संभवत: अपने आखिरी आईपीएल सत्र में खेलने की तैयारी कर रहे हैं तो यहां एक कार्यक्रम में जब उन्हें अपने प्रशंसकों को सलाह देने के लिए कहा गया तो वह दार्शनिक हो गए।
धोनी ऐप के लॉन्च पर बोले- जीवन को सरल बनाएं
अपनी ऐप ‘धोनी’ के लॉन्च के दौरान इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने बुधवार शाम कहा, मेरा मानना है कि जीवन को सरल बनाए रखें। खुद के प्रति ईमानदार रहें, लोगों के प्रति कृतज्ञता रखें, जो कुछ भी वे आपके लिए कर रहे हैं। हमेशा यह नहीं सोचें कि यह मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और अधिक की मांग करें। इस दौरान भारत के चोटिल विकेटकीपर संजू सैमसन भी मौजूद थे।
क्षमा करने और मुस्कान बनाए रखने की प्रवृत्ति पर जोर
धोनी ने कहा कि जीवन में मुस्कान बनाए रखने से आधी समस्याएं हल हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि भले ही जीवन में कठिनाइयाँ आएं, फिर भी क्षमा करने की प्रवृत्ति होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आजकल लोग बहुत जल्दी बदला लेने वाले बन गए हैं, लेकिन खुशी का असली मंत्र माफ करके आगे बढ़ने में है।
जीवन के दबाव से बचने के लिए ‘थोड़ा लापरवाह’ रहना जरूरी
धोनी ने कहा कि समाज में हमें हमेशा सिखाया गया कि लापरवाह नहीं होना चाहिए, लेकिन आज के माहौल में थोड़ा लापरवाह रहना जरूरी हो गया है। उन्होंने बताया कि हर चीज की चिंता करने से मानसिक शांति भंग होती है, इसलिए जो हमारे नियंत्रण में नहीं है, उसकी चिंता नहीं करनी चाहिए।