रामगढ़: रामगढ़ का चिकित्सक समाज डर के साए में जी रहा है। यहां दिनदहाड़े चिकित्सकों को जान से मारने की धमकी (Threats to kill Doctors) मिल रही है।
उनसे रंगदारी (Extortion) वसूलने के लिए अपराधी उनके दरवाजे तक पहुंच रहे हैं। इसके बाद भी रामगढ़ पुलिस अभी तक एक भी सुराग नहीं ढूंढ पाई है।
डॉक्टर भानुदास को दिनदहाड़े धमकी दी गई
इस मुद्दे को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) के रामगढ़ शाखा ने SP पियूष पांडे (SP Piyush Pandey) को एक पत्र भी लिखा है। रविवार को यह मामला एक बार फिर चर्चा में रहा।
रामगढ़ शहर के जाने-माने चिकित्सक डॉक्टर भानुदास (Dr. Bhanudas) को उनके क्लीनिक में ही दिनदहाड़े धमकी दी गई। 24 फरवरी को उनके रिसेप्शन पर अपराधियों ने एक पर्चा छोड़ा, जिसमें 25 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई थी।
इसके अलावा उस पर्चे में यह भी लिखा गया था कि अगर रंगदारी की रकम नहीं दी गई तो उन्हें जान से हाथ धोना पड़ेगा।
डॉ भानुदास शहर के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके में चलाते हैं अपना क्लीनिक
लगभग 18 दिन पहले हुई इस वारदात की जांच पुलिस तो कर रही है लेकिन उनके हाथ एक भी सुराग नहीं लगा है। पुलिस अभी भी अपराधियों से कोसों दूर है।
इस मुद्दे को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) के रामगढ़ जिला अध्यक्ष डॉक्टर महालक्ष्मी प्रसाद और सचिव डॉ ठाकुर विजय सिंह ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है।
डॉ ठाकुर मृत्युंजय सिंह (Dr. Thakur Mrityunjay Singh) ने कहा कि डॉ भानुदास शहर के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके में अपना क्लीनिक चलाते हैं।
अभी तक गिरफ्तारी नहीं होना काफी निंदाजनक
जब उनसे रंगदारी (Extortion) मांगी गई थी तो उन्होंने तत्काल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। जब राज्य स्तरीय आंदोलन चिकित्सकों ने किया था तो उसमें भी डॉक्टर भानुदास का मामला शामिल किया गया था।
राज्य के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव को इसकी सूचना भी दी गई थी। लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं होना काफी निंदाजनक है।
उन्होंने कहा कि रामगढ़ पुलिस (Ramgarh Police) से उन्हें काफी उम्मीदें हैं, ताकि यहां के चिकित्सक डर के साए से बाहर निकलकर जनता की सेवा करें। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि चिकित्सकों (Physicians) को राज्य के DGP से मिलकर इस समस्या का समाधान कराने के लिए अनुरोध करना होगा।