India stock Market Capitalization: पहली बार भारतीय शेयर मार्केट (Indian Stock Market) में BSE पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 4 ट्रिलियन डॉलर के पार निकल गया है।
घरेलू शेयर बाजार की तेजी पर दुनियाभर के निवेशकों की नजरें जमी हुई हैं और लंबे समय से इंडियन इक्विटी मार्केट (Indian equity market) को सबसे तेजी से ग्रोथ हासिल करने वाला बाजार कहा जा रहा है।
BSE का मार्केट कैप, कितने पर पहुंचा आज
इस समय BSE का मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Capitalization) 3,33,15,463.77 करोड़ रुपये पर है यानी ये 333 लाख करोड़ रुपये का लेवल पार कर चुका है।
डॉलर टर्म में देखें तो ये 4.01 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है। दोपहर में BSE का Sensex 66,700 का लेवल पार कर चुका है और फिलहाल 526 अंक ऊपर ट्रेड कर रहा है।
3 ट्रिलियन डॉलर का एम कैप,16 सालों में ही हासिल कर लिया
BSE पर लिस्टेड फर्मो का मार्केट कैप मई 2007 में 1 ट्रिलियन डॉलर की उपलब्धि को हासिल कर चुका था। अब साल 2023 में ये 4 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है।
यानी केवल 16 सालों में BSE की लिस्टेड कंपनियों ने 3 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप इकट्ठा किया है जो काफी अच्छी मार्केट ग्रोथ (Market Growth) का संकेत माना जा सकता है।
2 ट्रिलियन और 3 ट्रिलियन पर कब पहुंचा मार्केट कैप
BSE का मार्केट कैप (Market Cap) साल 2007 की मई में 1 ट्रिलियन डॉलर पर तो जुलाई 2017 में 2 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया था। इसके बाद मई 2021 में BSE लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर का लेवल छू चुका था।
यानी 1 ट्रिलियन डॉलर से 2 ट्रिलियन पर आने में 10 साल लगे लेकिन 2 से 3 ट्रिलियन डॉलर पर आने में केवल 4 साल लगे हैं। वहीं सबसे खास बात है कि इसके बाद 3 से 4 ट्रिलियन डॉलर का एम कैप हासिल करने में भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) को केवल 2 साल और कुछ महीनों का समय लगा है।
भारतीय शेयर बाजार टॉप 5 में पहुंचा
ग्लोबल शेयर बाजारों में अब इंडियन इक्विटी मार्केट (Indian Equity Market) पांचवे स्थान पर आ गया है। इससे आगे अमेरिका, चीन, जापान और हॉन्गकॉन्ग के बाजार हैं। लिस्ट में ये क्रमशः पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर हैं।
चौथे स्थान वाले हॉन्गकॉन्ग के स्टॉक मार्केट (Hong Kong Stock Market) की कुल वैल्यू 4.8 ट्रिलियन डॉलर है। आज भारतीय बाजार की मार्केट वैल्यू 4.01 ट्रिलियन डॉलर पर आ चुकी है। यानी भारत के लिए चौथे नंबर की मार्केट वैल्यू वाला बाजार बनने के लिए फासला कम बचा है।