कीव: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे 18 हजार से अधिक भारतीयों की सकुशल वापसी के लिए विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों की राह पकड़ी है।
अब यूक्रेन में फंसे भारतीयों को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया के रास्ते दिल्ली लाया जाएगा।
इसके लिए इन देशों की यूक्रेन के साथ सटी सीमाओं पर विशेष भारतीय प्रतिनिधियों की तैनाती की गयी है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इन प्रतिनिधियों के नंबर भी यूक्रेन में फंसे भारतीयों की मदद के लिए जारी किए हैं।
यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद बिगड़ते हालात के मद्देनजर भारत सरकार लगातार अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकालने के प्रयास कर रही है।
शुक्रवार को विदेश मंत्रालय की तरफ से सरकार की टीमों की जानकारी साझा की गई है, जो भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया में काम कर रही है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय नागरिकों और खासतौर से वहां पढ़ने गए विद्यार्थियों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मंत्रालय की टीमों की जानकारी साझा करते हुए बताया कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया में भारतीय दूतावास की टीमें यूक्रेन से सटी भूमि सीमाओं पर पहुंच रही हैं।
यूक्रेन में सीमा पर मौजूद भारतीय नागरिक इन दलों से संपर्क कर सकते हैं। हंगरी-यूक्रेन सीमा पर एस रामजी (मोबाइल 36305199944, व्हाट्सएप 917395983990), अंकुर (मोबाइल एवं व्हाट्सएप 36308644597) और मोहित नागपाल (मोबाइल 36302286566, व्हाट्सएप 918950493059) से संपर्क किया जा सकता है।
इसी तरह पोलैंड-यूक्रेन सीमा पर पंकज गर्ग (मोबाइल 48660460814 व 48606700105), स्लोवाकिया-यूक्रेन सीमा पर मनोज कुमार (मोबाइव 421908025212) और इवान कोजिंरा (मोबाइल 421908458724), रोमानिया-यूक्रेन सीमा पर गौशुल अंसारी ( मोबाइल 40731347728), प्रियदर्शी (मोबाइल 40724382287), एंड्रा हैरिओनोव (मोबाइल 40763528454) और मारिअस सीमा (मोबाइल 40722220823) से संपर्क किया जा सकता है।