- राहुल गांधी ने अमेरिका में सत्ताधारी पार्टी और PM मोदी की खोली सच्चाई
- बेरोजगारी और समानता और मूल वृद्धि को लेकर लोगों में आक्रोश की कहीं बात
- आगे होने वाले 3-4 विधानसभा चुनावों में लोगों की सोच की ओर किया संकेत
- सत्ता के विकेंद्रीकरण पर जोर देते हुए की समस्या को समझाने की कोशिश
वाशिंगटन/नई दिल्ली: Congress के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अमेरिका (America) में लगातार सत्ताधारी पार्टी BJP और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की पोल खोल रहे हैं।
नेशनल प्रेस क्लब (National Press Club) में अपने संबोधन में कहा है कि भारत में संस्थानों और मीडिया को सत्ता ने कब्जे में ले लिया है।
कर्नाटक (Karnataka) का परिणाम सबने देखा, अब आगामी विधानसभा चुनावों के नतीजे इस बात के संकेत होंगे कि आगे क्या होने वाला है। लोगों के भीतर गुस्सा है।
राहुल गांधी ने कहा, संस्था और प्रेस पर निश्चित रूप से सत्ता का कब्जा है। मुझे यकीन नहीं है कि .. मैं जो कुछ भी सुनता हूं, उस पर विश्वास नहीं करता।
PM Modi की लोकप्रियता से जुड़े एक सवाल
मैं पूरे भारत में घूमा, कन्याकुमारी (Kanyakumari) से पैदल चला, कश्मीर तक पहुंचा और लाखों भारतीयों से सीधे बात की और वे बहुत खुश नहीं दिख रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, लोग बहुत स्पष्ट रूप से कह रहे थे कि वे बेरोजगारी, मूल्यवृद्धि के मुद्दों को लेकर चिंतित हैं और मैंने लोगों में गुस्सा देखा।
कर्नाटक चुनाव में लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया और अगले तीन से चार चुनावों को देखना है। यह एक संकेतक होगा कि आगे क्या होने जा रहा है।
अमेरिका की 6 दिवसीय यात्रा पर राहुल
राहुल अमेरिका की 6 दिवसीय यात्रा पर हैं।
उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर कहा, हम जमीन पर जो देखते हैं वह बड़े पैमाने पर बेरोजगारी और कीमतों में नाटकीय वृद्धि है और यह एक कारण है कि हम कर्नाटक में जीते, क्योंकि भारत में यह भावना है कि ऐसे लोगों के एक समूह को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिनके पास बड़ी मात्रा में संपत्ति है और दूसरी ओर बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो गरीब हैं और जरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा
राहुल गांधी ने कहा, आय में भारी असमानता है, क्योंकि बेरोजगारी 40 साल के उच्चतम स्तर पर है।
इसलिए यह कहना कि अर्थव्यवस्था अच्छा कर रही है, मैं इससे सहमत नहीं हूं। उन्होंने कहा कि हम (Congress) इसे कैसे देखते हैं और BJP कैसे देखती है, इसके बीच मुख्य अंतर है।
पूर्व सांसद ने कहा, हम शक्ति के विकेंद्रीकरण में विश्वास करते हैं, हम छोटे और मध्यम उद्योगों में विश्वास करते हैं, क्योंकि भारत में वे ही विकास के इंजन हैं। भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के बारे में पूछे जाने पर और यह कि कांग्रेस सत्ता में आने पर क्या करेगी, उन्होंने कहा, भारत में पहले से ही एक बहुत मजबूत प्रणाली है।
अगर लोकतांत्रिक तरीके से बातचीत को बढ़ावा दिया जाएगा तो ये मुद्दे अपने आप सुलझ जाएंगे।