नई दिल्ली: मध्य प्रदेश (MP) के इंदौर (Indore) में मुस्लिम समाज (Muslim Brotherhood) के लोगों ने बजरंग दल कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान कुछ युवकों ने ‘सर तन से जुदा’ के नारे भी लगाए, जिसमें नाबालिग बच्चे भी शामिल थे। इसको लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण (National Protection of Child Rights) आयोग ने इंदौर के पुलिस कमिश्नर को नोटिस भेजकर 7 दिनों में जवाब मांगा है।
बता दें कि इसका एक वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) में भी जमकर वायरल हुआ था।
आयोग ने बताया कि उन्होंने उन मीडिया रिपोटरें (Media Reports) का स्वत: संज्ञान लिया है जिसमें बताया गया की इंदौर के बड़वाली चौकी इलाके में कुछ उत्पाती युवकों ने छोटे बच्चों को आगे किया और नारेबाजी शुरू कर दी।
इसके साथ ही सर तन से जुदा के नारे लगाए गए। घटना की वीडियों वायरल होने की बात भी खबर में कही गई है।
रिपोर्ट 7 दिनों के भीतर आयोग को देने की बात भी कही गई है
आयोग ने कहा कि उत्पातियों द्वारा विरोध प्रदर्शन में नाबालिग बच्चों (Minor Children) का इस्तेमाल करना किशोर न्याय अधिनियम का उलंघन है।
आयोग ने इंदौर के पुलिस कमिश्नर को नोटिस भेजकर कहा है कि घटना की वीडियो तथा अन्य माध्यमों से जानकारी एकत्रिक कर विरोध प्रदर्शन में नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित कर आयोग को रिपोर्ट दी जाए।
आयोग ने ये भी कहा कि विरोध प्रदर्शन में शामिल नाबालिग बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करें और बाल कल्याण समिति (Child Welfare Committee) के आदेश की प्रति आयोग को प्रेषित करें।
वहीं विरोध प्रदर्शन में शामिल नाबालिग बच्चों की काउंसलिंग के लिए भी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चत करने कहा गया है। इन सबकी रिपोर्ट 7 दिनों के भीतर आयोग को देने की बात भी कही गई है।