कॉलेज स्टूडेंट्स को दी गई RAF की शैली और एक्शन की दी जानकारी, करियर में…

106 रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवानों ने गुरुवार को बिरसा कॉलेज खूंटी के छात्र- छात्राओं के समक्ष रैपिड एक्शन फोर्स (Rapid Action Force) की कार्यशैली, उसकी महत्ता तथा नागरिकों की सुरक्षा समस्याओं में सहभागिता संबंधी डॉक्यूमेंट्री दिखाई।

Central Desk

Working style of Rapid Action Force: 106 रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवानों ने गुरुवार को बिरसा कॉलेज खूंटी के छात्र- छात्राओं के समक्ष रैपिड एक्शन फोर्स (Rapid Action Force) की कार्यशैली, उसकी महत्ता तथा नागरिकों की सुरक्षा समस्याओं में सहभागिता संबंधी डॉक्यूमेंट्री दिखाई।

106 RAF जमशेदपुर के डिप्टी कमांडेंट प्रकाश चंद्र बादल ने छात्रों को रैपिड एक्शन फोर्स के मोटो अर्थात सर्विंग ह्यूमैनिटी विथ सेंसिटिव पुलिसिंग (Humanity with sensitive policing) के बारे विस्तार से समझाया और इसमें भर्ती होने की प्रक्रिया से भी अवगत कराया।

RAF की नीली वर्दी होने का कारण भी उन्होंने छात्रों से साझा करते हुए कहा कि यह शांति का प्रतीक है और RAF का काम ही है हिंसा रहित कार्यशैली से शांति बहाल करना।

उन्होंने छात्रों को अफवाहों पर उग्र न होने को कहा तथा आक्रोशित भीड़ का हिस्सा न बनने को कहा।

इंस्पेक्टर शंभू तिवारी और इंस्पेक्टर लक्ष्मण राय ने भी RAF से जुड़ने का जुनून और अपने सेवा काल के किस्सों से अवगत कराया। एएसआई बीरेंद्र राम और कांस्टेबल कुमार गौतम सिंह ने भी अपने अनुभव छात्रों से साझा किया।

कार्यक्रम में दंगारोधी उपकरणों का प्रदर्शन भी किया गया और छात्रों के जिज्ञासापूर्ण प्रश्नों का जवाब भी दिया गया। आपदा की स्थिति से कैसे निबटा जाए तथा RAF जवानों की क्या भूमिका होती है, यह भी सहज रूप से बताया गया।

मौके पर कॉलेज की प्राचार्या जी किड़ो ने RAF के जवानों की सराहना करते हुए छात्रों को उनसे प्रेरित होने को कहा और देश के प्रति उनके जज्बे को सलाम कहा।