वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले जो बाइडन को छह जनवरी को राजधानी में हुई हिंसा के मद्देनजर, 20 जनवरी को उनके tशपथ ग्रहण समारोह से संबंधित सुरक्षा चिंताओं पर संघीय अधिकारियों ने जानकारी दी है।
बाइडन की ट्रांसिशन टीम ने यह जानकारी दी।
बुधवार को जारी एक बयान में बाइडन की टीम ने कहा, राष्ट्रपति के लिए चुने गए बाइडन को संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई), यूएस सीक्रेट सर्विस के वरिष्ठ अधिकारियों और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के प्रमुख सदस्यों की ओर से एक ब्रीफिंग दी गई है।
बयान में कहा गया है, टीम खतरे की तस्वीर और संभावित हिंसक व्यवधानों या हमलों के खिलाफ बचाव करने के लिए तैयार की जा रही सूचनाओं पर और अधिक से अधिक जानकारी हासिल करने के लिए वर्तमान प्रशासन के साथ लगी हुई है।
टीम की घोषणा संघीय जांच ब्यूरो की चेतावनी के मद्देनजर सामने आई है।
ब्यूरों ने एहतियात के तौर पर चेतावनी जारी की है कि 16 जनवरी से 20 जनवरी के बीच अमेरिका के सभी 50 राज्यों में सशस्त्र विरोध प्रदर्शन की योजनाएं हैं।
इसके साथ ही ब्यूरो ने 17 जनवरी से 20 जनवरी के दौरान राजधानी वाशिंगटन डीसी में भी सशस्त्र विरोध प्रदर्शन को लेकर चेताया है।
उल्लेखनीय है कि डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने उस वक्त कैपिटल भवन को घेर लिया, जिस वक्त अंदर 3 नवंबर को हुए चुनाव के नतीजों पर मुहर लगाने के लिए इलेक्टोरल कॉलेज की गिनती की जा रही थी, जिसमें जो बाइडन का राष्ट्रपति बनना तय था। इ
सी दौरान बाहर हुए हंगामे के चलते अंदर उपस्थित लोगों को तुरंत सीनेट से बाहर निकलना पड़ा।
इस हिंसा के परिणामस्वरूप अब तक 50 से अधिक लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं और कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
हिंसा के दौरान एक पुलिस अधिकारी सहित पांच लोग मारे गए थे।
द हिल न्यूज वेबसाइट के अनुसार, बाइडन की टीम ने ब्रीफिंग की सामग्री के बारे में और अधिक जानकारी मुहैया नहीं कराई।
बुधवार को, सीक्रेट सर्विस ने उद्घाटन के लिए विशेष सुरक्षा उपायों को लागू करना शुरू किया था।
वाशिंगटन डी. सी. में कम से कम 20,000 राष्ट्रीय रक्षक सैनिकों की तैनाती की उम्मीद है।