रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले पर हुए हमले की जांच के लिए गठित दो सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी ने शनिवार को रांची के आला अधिकारियों से घंटों पूछताछ की।
कचहरी स्थित कंट्रोल रूम में राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव केके सोन तथा आइजी अखिलेश कुमार झा ने एसएसपी, डीसी, ट्रैफिक एसपी, कोतवाली एएसपी समेत कोतवाली थानेदार, सुखदेव नगर थानेदार से इस मामले में साढ़े तीन घंटे पूछताछ की। लगभग 3.30 घंटे तक सभी का पक्ष लिया गया।
स्थानीय लोगों और आम लोगों से भी बातचीत की गयी है।
मौके पर मौजूद लोगों से भी घटनाक्रम का विवरण लिया गया। मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कि केके सोन ने कहा कि पूरे घटना की जानकारी एकत्र की जा रही है। कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
उल्लेखनीय है कि बीते 4 जनवरी को किशोरगंज चौक पर शाम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले पर हमले का प्रयास किया गया था।
बताया जाता है कि चार जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला झारखंड मंत्रालय से लौट रहा था।
इसी दौरान किशोरगंज चौक के पास कुछ लोगों ने ने सुनियोजित साजिश के तहत काफिले को निशाना बनाने की कोशिश की थी।
हालांकि रांची पुलिस ने अपने जान पर खेलकर मुख्यमंत्री के काफिले को रूट डायवर्ट कर दिया था और मुख्यमंत्री को सुरक्षित कांके स्थित आवास पहुंचाया था।
इस गंभीर घटना के कारणों की जांच के लिए जांच समिति का गठन किया गया है। समिति को काफिले पर हुए हमले की जांच कर विस्तृत प्रतिवेदन यथाशीघ्र समर्पित करने को कहा गया है।
इसके अलावा रांची के डीसी और एसएसपी से शो कॉज की मांग की गयी है। बताया गया कि यह भीड़ ओरमांझी में मिले बीते तीन जनवरी को एक लड़की के सिर कटे शव को लेकर आक्रोशित था।