रांची: झारखंड के DGP अजय कुमार सिंह (DGP Ajay Kumar Singh) ने पुलिस पदाधिकारियों के काम और ड्यूटी को लेकर सख्त लहजे में आदेश दिया है।
कहा है कि राज्य में हो रहे अवैध कारोबार (Illegal Business) पर पुलिस पदाधिकारी हर स्तर पर लगाम लगाएं।
दुर्भाग्य है कि यह देखने में आता है कि ऐसा करने के बजाय अवैध कारोबारियों से लाखों में डील होता है।
बता दें कि हाल में ही सरायकेल जिले के चांडिल थाना (Chandil Police Station) क्षेत्र के चांडिल टोल प्लाजा (Chandil Toll Plaza) का एक मामला आया था।
2 जून की शाम पोस्ता ले जा रहे वाहन को चांडिल थाने की पुलिस ने जब्त किया। कुछ देर बाद ही पैसा लेकर उसे छोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि पोस्ता को बुंडू से टाटा ले जाया जा रहा था।
चांडिल थाना प्रभारी अजीत कुमार यादव पर है आरोप
बताया जा रहा है कि टोल प्लाजा के पास पोस्ता से लदे वाहन को जब चांडिल पुलिस ने पकड़ा तो चांडिल थाना प्रभारी अजीत कुमार यादव ने 7.60 लाख रुपये लेकर इस मामले को मैनेज किया है और पोस्ता वाहन समेत पकड़े गए दो लोगों को छोड़ दिया।
पोस्ता कारोबारी के मुताबिक कुछ देर बाद 7.60 लाख चांडिल थाना प्रभारी को देने पर पोस्ता वाहन और पकड़े गए दो लोगों को चांडिल थाना प्रभारी अजीत कुमार यादव ने छोड़ दिया।
थाना प्रभारी का इनकार, DIG ने जांच की कही बात
चांडिल थाना प्रभारी अजीत कुमार यादव ने कहा कि इस प्रकार की घटना हमारे इलाके में नही हुई है।
चांडिल के DSP संजय कुमार सिंह ने कहा है कि मामले की जानकारी आई है।
विभागीय जांच में यदि पैसे लेनदेन और पोस्ता लदा वाहन छोड़े जाने की बात सही पाई गई तो मामलें में संलिप्त पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी।