भोपाल/ग्वालियर : ग्वालियर से हिंदू महासभा के एक मात्र पार्षद के तौर पर निर्वाचित हुए बाबू लाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर सियासी तूफान खड़ा हो गया है।
चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर कांग्रेस नेता ही विरोध कर रहे हैं। चौरसिया ने भोपाल में प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली थी।
चौरसिया बुधवार भोपाल में कमल नाथ की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद गुरुवार को ग्वालियर पहुंचे। उनकी कांग्रेस में शामिल होने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होते ही, सियासी जिरह छिड़ गई।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने की तस्वीर के साथ लिखा है बापू हम शर्मिदा हैं..!! महात्मा गांधी अमर रहें।
बाबू लाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा और कहा कि, कांग्रेस के लिए तथाकथित गांधी महत्वपूर्ण हैं और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सिर्फ वोट के लिए हैं।
कांग्रेस का वास्तव में दोहरा चरित्र सामने आया है।
ज्ञात हो कि ग्वालियर में वर्ष 2014 में कांग्रेस पार्टी से टिकट न मिलने के बाद पार्टी छोड़कर हिंदू महासभा की सदस्यता लेकर चौरसिया ने वार्ड 44 से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी।
15 नवंबर 2017 को ग्वालियर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के आरोपी नाथूराम गोडसे के मंदिर बनाए जाने पर महासभा के नेताओं ने कार्यक्रम किया था, जिसमें चौरासिया भी थे।
उन्होंने गोडसे की पूजा अर्चना की और अभिषेक किया था। ऐसी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
चौरसिया का कहना है कि वह पहले भी कांग्रेस के थे। अपनी विचाराधारा में वापस लौटे हैं।
उनके इस दल बदल को नगर निगम के चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है।