गुमला : गुमला जिले में एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा ने 13 मई को अपनी बैठक (Assistant Teacher Sangharsh Morcha Meeting) की थी।
बैठक में गुमला जिले से जिला सचिव नीलेश मिश्रा, जिला कोषाध्यक्ष जयराम साहू, रायडीह प्रखंड अध्यक्ष अर्जुन सोय, हीरा प्रसाद सिंह आदि और सैकड़ों पारा शिक्षक-शिक्षिका शामिल हुए। मुख्य अतिथि शकील भाई जान (Shakeel Bhai Jaan) ने स्पष्ट रूप से कहा कि हमें अपनी मुख्य मांग वेतनमान से भटकना नहीं है।
इसके संकल्प पर अडिग रहना है। बैठक में सभी सहायक अध्यापकों ने वेतनमान लेने के संकल्प को दोहराया। तय किया गया कि वेतनमान की प्राप्ति सिर्फ हमारी एकजुटता और एकता के बल पर ही हो सकती है। इसके लिए हम सभी को एकजुट रहना होगा, क्योंकि सरकार पारा शिक्षक से नहीं, बल्कि पारा शिक्षकों की भीड़ से डरती है।
राज्य के 62000 सहायक अध्यापकों की एकजुटता का आह्वान
मो. शकील ने इस मंच के माध्यम से झारखंड के 62000 सहायक अध्यापक /अध्यापिकाओं (Assistant Teacher / Mistresses) को एकजुट होने का आह्वान किया।
उन्होंने मंच के माध्यम से झारखंड के पारा शिक्षकों (Para Teacher) के सभी गुटों के अगुवा साथियों से आग्रह किया है कि सरकार का यह अंतिम डेढ़ साल का अवधि हम पारा शिक्षकों के लिए हक अधिकार प्राप्ति करने का सुनहरा अवसर होगा और ऐसे वक्त को हमें जाया नहीं करने देना चाहिए।
दिवंगत जगन्नाथ महतो की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित शकील भाई जान का गुमला के सहायक अध्यापकों ने जोरदार स्वागत किया। बैठक के पूर्व दिवंगत शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो (Jagannath Mahato) की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया।