न्यूज़ अरोमा रांची: पारा शिक्षकों की शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से वार्ता हुई।
स्थायीकरण व वेतन को लेकर पारा शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिले।
वार्ता में मुख्यमंत्री पारा शिक्षकों के मामले को लेकर सकारात्मक दिखे।
वार्ता के बाद प्रतिनिधिमंडल ने आर पीएन सिंह से भी मुलाक़ात की प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें हालात से औगत करते हुए अपनी मांगों को पूरा करने का आग्रह किया।
वहां आर. पीएन सिंह, दीपिका पांडे, रामेश्वर उरांव, बादल पत्रलेख सहित कई मंत्री भी मौद थे।
उन्होंने पारा शिक्षकों से कुछ मांगा है, कहा कि आप सभी कुछ समय दें आपकी सभी समस्याओं का निदान होगा।
मुख्यमंत्री ने पारा शिक्षको से मंगलवार तक का समय मांगा है।
सोमवार को शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री जी बैठक करेंगे, उसके बाद फिर पारा शिक्षक के नेताओ के साथ नियमावली पर सहमति पर बैठक करेंगे।
आश्वासन की पोटली पर वापस नहीं होगा आंदोलन, नही पियेंगे आश्वासन का घूंट
पारा शिक्षक नेता संजय दुबे ने बताया था कि सीएम से सकारात्मक वार्ता हुई तो आंदोलन स्थगित कर दिया जाएगा।
लेकिन अब जिला अध्यक्ष रांची मो.शकील ने वार्ता को विफल बताते हुए कहा है की अब आश्वासन का कोई भी घूंट नहीं पियेंगे।
सभी पारा शिक्षक 17 जनवरी को होने वाले आवास घेराव कार्यक्रम में जुट जाएं। आज की बैठक पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर की पहल पर यह बैठक हो रही है।
गौरतलब है कि पारा शिक्षकों ने 17 जनवरी से आंदोलन की घोषणा की है, जिसके अंतर्गत विधायकों और मंत्रियों के आवास घेराव का कार्यक्रम तय किया गया है।
बता दें की पारा शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर तीन चरणों में आंदोलन करने की योजना बनाई है।
पहले चरण में 17 जनवरी को सत्ताधारी विधायक के आवास का घेराव किया जाएगा।
उसके बाद 24 जनवरी को सरकार के मंत्रियों के आवास के सामने पारा शिक्षक धरना देंगे।
फिर 10 फरवरी को मुख्यमंत्री आवास के समक्ष जोरदार प्रदर्शन की तैयारी है।
पारा शिक्षकाें की मांगें
- पारा शिक्षकाें काे नियमित करें।
- वेतनमान की नियमावली लागू होनी चाहिए।
- अप्रशिक्षित पारा शिक्षकाें के लंबित वेतन का भुगतान हाे।
- आंदोलन के दाैरान पारा शिक्षकाें पर दर्ज केस वापस ले झारखंड सरकार।
सरायकेला-खरसावां में 17 जनवरी को करेंगे विधायकों का आवास घेराव
वार्ता के बाद एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा सोनू सरदार ने 17 जनवरी को होने वाले झारखंड प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर आदोलन की तैयारी तेज़ करने को कहा है।
उन्होंने 17 जनवरी को सत्ताधारी दल के विधायकों का आवास घेराव, 24 जनवरी को मंत्री का आवास घेराव व 10 फरवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा।
17 जनवरी को जिले में सत्ताधारी दल के विधायक सविता महतो व दशरथ गागराई का एक दिवसीय घेराव कार्यक्रम किया जाएगा।
आंदोलन के दूसरे चरण में 24 जनवरी को राज्य सरकार के मंत्री चंपई सोरेन के जिलिंगगोड़ा स्थित आवास पर एक दिवसीय घेराव कार्यक्रम किया जाएगा।
इसके बाद भी मांगें नहीं मानी गई तो 10 फरवरी को राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री आवास के घेराव कार्यक्रम में जिले के समस्त पारा शिक्षक रांची कूच करेंगे।
सभी धरना प्रदर्शन कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से और कोविड-19 मापदंडों का अनुपालन करते हुए आयोजित किया जाएगा।
क्या है मामला
एकीकृत पारा टीचर संघ के नेता ऋषिकेश पाठक का कहना है कि 2019 के विधानसभा चुनाव में उस समय महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पारा शिक्षकों को नियमित करने और समान काम के बदले समान वेतन देने का वादा किया था।
इसके बाद राज्य के पारा शिक्षकों, उनके परिजनों और जानने वालों ने बढ़-चढ़ कर हेमन्त सोरेन के गठबंधन को समर्थन दिया।
लेकिन अब जबकि सरकार बन गई है, तो सीएम ने अपना वादा भुला दिया है, जिसे याद दिलाना जरूरी है।
प्रतिनिधिमंडल में विनाेद बिहारी महताे, संजय कुमार दुबे, हृषिकेश पाठक, प्रद्युम्न सिंटू सिंह, प्रमाेद कुमार, दशरथ ठाकुर और माेहन मंडल आदि थे। वहीं सरकार की ओर से पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर और सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का उपस्थित थे।