काबुल: अफगानिस्तान में राष्ट्रीय झंडे को लेकर चल रहा विवाद बढ़ता जा रहा है।
अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अफगान युवाओं ने रैली में अपने देश का आधिकारिक झंडा फहराया,तब तालिबानी भड़के।
तालिबानियों ने निहत्थी जनता पर गोलीबारी की, जिसमें कई लोग हताहत हुए हैं।
पिछले कई दिनों देश के अलग-अलग शहरों में झंडे को लेकर तालिबान और अफगान जनता के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है।
दरअसल, तालिबानी आतंकी अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद देश का राष्ट्रीय झंडा बदलना चाहते हैं, लेकिन युवाओं यह मंजूर नहीं है।
तालिबानी सफेद झंडे को युवा खारिज कर रहे हैं। इसके बाद दोनों के बीच कई शहरों में झड़प हुई है। इसमें अभी तक कई लोग मारे गए हैं।
जलालाबाद शहर में तालिबान और अफगानी जनता के बीच मुठभेड़ हो गई थी।
जलालाबाद के निवासियों ने एक मीनार पर लगे तालिबानी झंडे को उतारकर उसकी जगह अफगानिस्तान का झंडा फहराया था।
स्थानीय लोग कार्यालयों पर तालिबानी झंडे की जगह अफगानिस्तान का झंडा फहराने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए थे।
लोगों ने हाथों में अफगान झंडा लेकर मार्चकर तालिबानी परिवर्तन का विरोध किया था।
ताजा घटना में गुरुवार को असादाबाद शहर में अफगानी युवा एक रैली कर रहे थे, तभी उन्होंने अफगानी झंडा फहराया।
तालिबान को यह नागवार गुजरा उसके लड़ाकुओं ने गोलियां बरसा दीं। कई युवाओं के तालिबानी झंडे को फाड़ने की खबर है।
वीडियो में असदाबाद के स्थानीय लोगों को लोगों झंडा लेकर प्रदर्शन करते देखा जा सकता है।
देश में तालिबान राज आने के बाद उनके शासन के जन विरोध का यह पहला मामला सामने आया है।
बताया जा रहा है कि झंडे को लेकर जलालाबाद शहर विरोध का केंद्र बन गया है।
लोग अफगानिस्तान के झंडे समर्थन में रैलियां निकाल रहे हैं। तालिबानी झंडे को उखाड़कर फेंक रहे हैं।