बीजिंग: चीन के विभिन्न शहरों में मौजूद विश्वविद्यालय बेहतरीन पढ़ाई के लिए जाने जाते हैं।
इनमें छिंहुआ यूनिवर्सिटी, पेकिंग विश्वविद्यालय, फूतान यूनिवर्सिटी, रनमिन यूनिवर्सिटी और वूहान विश्वविद्यालय आदि का नाम प्रमुख रूप से लिया जा सकता है।
हाल के वर्षों में इन विद्यालयों में शोध कार्यों पर विशेष जोर दिया गया है। इनकी वल्र्ड रैंकिंग देख कर आपको पता लग जाएगा कि यहां एजुकेशन का स्तर कितना अच्छा है।
लेकिन ये विश्वविद्यालय न केवल अध्ययन के लिहाज से प्रसिद्ध हैं, बल्कि अपनी सुंदरता के लिए भी।
मुझे चीन में रहते हुए ऐसे कुछ शानदार विश्वविद्यालयों में जाने का मौका मिल चुका है, जिनमें पेइचिंग यूनिवर्सिटी, श्यामन यूनिवर्सिटी व वूहान यूनिवर्सिटी की सुंदरता ने मुझे काफी प्रभावित किया है। उपरोक्त विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाना बहुत मुश्किल होता है।
यहां एडमिशन पाने के लिए काव खाव यानी कॉलेज एंट्रेस एग्जाम में बहुत अच्छे अंक लाने होते हैं।
जानकार चीनी काव खाव को यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के लिए दुनिया की सबसे मुश्किल परीक्षा मानते हैं।
लेकिन छात्रों के साथ-साथ चीन में रहने वाले तमाम लोग इनके कैंपसों में घूमने का आनंद जरूर उठाते रहते हैं।
विभिन्न मौसमों में यहां खिलने वाले फूल, यहां मौजूद झीलें, शांत माहौल लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
वूहान विश्वविद्यालय की बात करें तो यहां अप्रैल के महीनों में पर्यटकों की खूब भीड़ रहती है, इसकी वजह यहां खिलने वाले खूबसूरत चेरी के फूल बताए जाते हैं। अन्य विश्वविद्यालयों में भी पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
बड़े-बड़े कैमरे व अच्छी क्वालिटी के मोबाइल लिए चीनी टूरिस्ट यहां आकर फोटो खींचते हैं, ताकि यहां की यादों को वे हमेशा अपने करीब रख सकें।
अब रैंकिंग का उल्लेख करें तो राजधानी पेइचिंग स्थित छिंहुआ यूनिवर्सिटी 2021 में ग्लोबल वल्र्ड रैंकिंग में 15वें स्थान पर है।
वहीं पेकिंग विश्वविद्यालय यानी पेइता की रैंकिंग 23 है, जबकि वूहान विश्वविद्यालय की वैश्विक स्तर पर 246वीं रैंक है।
वूहान जहां पिछले साल कोरोना महामारी ने जमकर कहर बरपाया, वहां स्थित विश्वविद्यालय की सुंदरता देखते ही बनती है।
वर्ष 1893 में स्थापना के वक्त इस यूनिवर्सिटी का नाम चछ्यांग इंस्टीट्यूट था। जो कि बाद में बदल कर वूहान विश्वविद्यालय कर दिया गया।
यहां पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 54 हजार से ज्यादा बतायी जाती है।
चीन में मौजूद इन विश्वविद्यालयों को देखकर हर कोई यहां पढ़ने या घूमने के लिए आना चाहेगा। जैसा कि मेरे साथ भी हो चुका है, भले ही मैं इनमें एडमिशन नहीं ले सकता, लेकिन समय-समय पर घूमने तो जा ही सकता हूं।
(लेखक :अनिल पांडेय, चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)