यूरोप में 10 सप्ताह बाद फिर से कोरोना मामलों में वृद्धि, WHO ने जताई चिंता

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जेनेवा: वैश्विक स्वास्थ्य निगरानी संस्था (WHO) ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर फिर से चिंता व्यक्त की है।

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, यूरोप में जहां कोरोना के मामले कम हो गए थे। वहीं एक बार फिर 10 सप्ताह बाद इनमें वृद्धि हो गई है।

वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि डब्ल्यूएचओ ने कोरोना महामारी को लेकर दुनिया के सभी देशों को एक बार फिर से चेतावनी जारी की है।

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि आने वाले महीनों में कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट दुनियाभर में तेजी से फैलेगा।

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोरोना का वैरिएंट अब लगभग 100 देशों में मौजूद है और साथ ही चेतावनी दी है कि आने वाले महीनों में अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वैरिएंट वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस का प्रमुख वैरिएंट बन जाएगा।

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अपने कोविड-19 वीकली एपिडेमियोलॉजिकल अपडेट में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 96 देशों ने डेल्टा वेरिएंट के मामलों की सूचना दी है, हालांकि ये आंकड़ा कम है क्योंकि वेरिएंट की पहचान करने के लिए आवश्यक अनुक्रमण क्षमता सीमित है।

इनमें से कई देश इस प्रकार के संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने के लिए खुद जिम्मेदार हैं।

कोरोना के इस वैरिएंट में तेजी को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी कि डेल्टा वैरिएंट आने वाले महीनों में कोरोना के अन्य वैरिएंट को तेजी से पछाड़ते हुए दुनिया का सबसे प्रमुख वैरिएंट बन जाएगा।

पिछले हफ्ते, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि डेल्टा वैरिएंट अब तक पहचाने गए वैरिएंट का सबसे अधिक संक्रामक स्वरूप है और बिना टीकाकरण वाली आबादी के बीच यह तेजी से विस्तार कर रहा है।

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