रोम: इटली में प्रधानमंत्री मारियो द्रागी (Mario Draghi) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिर गयी है। विश्वास मत से पहले ही प्रधानमंत्री ने इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति ने मारियो द्रागी को कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में काम करने को कहा है।
पिछले साल फरवरी में मुख्य राजनीतिक दलों के सहयोग से मारियो द्रागी ने सरकार बनाई थी। अचानक अल्पमत में आने से द्रागी को इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इटली में पिछले तीन सालों में गिरने वाली यह तीसरी सरकार है। द्रागी यूरोपीय सेंट्रल बैंक (Impolite European Central Bank) के प्रमुख भी रहे हैं।
द्रागी सरकार उस समय बिखर गयी जब दक्षिणपंथी, वामपंथी और पॉपुलिस्ट दलों के उनके गठबंधन सहयोगियों ने महामारी से उबरने के लिए यूरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम के लिए एक साथ आने की प्रधानमंत्री की अपील ठुकरा दी। हाल ही में प्रधानमंत्री ने अपने सहयोगियों से सरकार बचाने के लिए नए समझौते की गुहार भी लगाई थी।
देश में जल्द चुनाव कराए जाने की संभावना पैदा हो गई
इसके बाद इटली की संसद में विश्वास मत पर मतदान होना था। द्रागी के सहयोगी दलों ने ही विश्वास मत का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया। इसके बाद द्रागी की सरकार बचना मुश्किल हो गया था।
इस पर द्रागी ने राष्ट्रपति सर्गियो मैत्तरेला (President Sergio Mattarella) को अपना इस्तीफा सौंपा। मैत्तरेला के कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रपति ने इस्तीफे पर संज्ञान लिया है और द्रागी सरकार को कार्यवाहक सरकार के तौर पर काम करने के लिए कहा है।
द्रागी के इस्तीफा देने से देश में जल्द चुनाव कराए जाने की संभावना पैदा हो गई है। साथ ही इसे इटली तथा यूरोप के लिए अनिश्चितता के नए दौर की शुरुआत भी माना जा रहा है।