विंडहोक: स्तनधारी जीव ग्रे व्हेल ने माइग्रेशन का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। इस जीव ने अफ्रीका महाद्वीप के देश नामीबिया तक पहुंचने के लिए लगभग 20000 किलोमीटर की यात्रा की थी।
दरअसल, इस जीव का अफ्रीकी महाद्वीप के एक छोर पर देखा जाना काफी अजीब था। ग्रे व्हेल उत्तरी गोलार्ध के उत्तरी अटलांटिक महासागर में दुर्लभ ही देखी जाती है।
इस जीव का इतनी दूर आना ही वैज्ञानिकों के लिए एक पहेली है। ग्रे व्हेल का वैज्ञानिक नाम एस्क्रिचियस रोबस्टस है।
यह उत्तरी अटलांटिक महासागर के ठंडे पानी में पाई जाती है। यह पता चला है कि इस ग्रे व्हेल ने नामीबिया तक पहुंचने के लिए 20000 किलोमीटर की यात्रा की थी।
यह दूरी इंसानों को छोड़कर किसी भी स्तनधारी जीव के लिए तय करना लगभग असंभव है। जिसके बाद इस जीव के प्रवास को लेकर कई वैज्ञानिकों ने शोध भी किया।
ब्रिटेन के डरहम विश्वविद्यालय में रस होलजेल और उनके सहयोगियों ने व्हेल की त्वचा से टिशू सैंपल से इसकी उत्पत्ति का पता लगाने के लिए डीएनए का विश्लेषण किया।
दूसरे ग्रे व्हेल के साथ इसकी तुलना करने पर उन्होंने पाया कि यह एक नर ग्रे ह्वेल है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि संभवत यह पूर्वी एशिया के तट पर पाए जाने वाले लुप्तप्राय पश्चिमी उत्तरी प्रशांत आबादी में पैदा हुआ था।
वैज्ञानिकों का दावा है कि इसका मतलब है कि इसने दक्षिणी अटलांटिक तक पहुंचने के लिए कम से कम 20,000 किलोमीटर की यात्रा की।रस होलजेल ने कहा कि यह वास्तव में पानी में प्रवास का विश्व रिकॉर्ड है।
अगर आप मानते हैं कि इस व्हेल ने उत्तर-पश्चिम प्रशांत क्षेत्र में अपना जीवन शुरू किया और यह नामीबिया के किनारे तक पहुंचा तो यह बहुत बड़ी बात है।
जहां तक हम जानते हैं इंसानों के अलावा किसी भी स्तनधारी ने इतनी लंबी दूरी को तय नहीं किया है। इससे पहले जमीन पर रहने वाले एक ग्रे वुल्फ ने प्रवास के लिए लगभग 7000 किमी की दूरी तय की थी।
बता दें कि पृथ्वी की परिधि 40,000 किलोमीटर से थोड़ी अधिक है। इसका मतलब इस जीव ने नामीबिया तक पहुंचने के लिए आधी दुनिया के बराबर दूरी का चक्कर लगाया है।