इस्लामाबाद: पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत की बेटी के अपहरण को फर्जी जांच में हीलाहवाली कर रही इमरान सरकार भारत के बयान से भड़क गई है।
भारत ने अफगान राजदूत की बेटी सिलसिला के अपहरण को खारिज किए जाने को बहुत खौफनाक करार दिया था।
भारत के इस बयान के बाद पाकिस्तान ने कहा कि भारत उसके खिलाफ कीचड़ उछालना बंद करे।
भारतीय प्रवक्ता ने कहा भारत दो देशों के मामलों में आमतौर टिप्पणी नहीं करता है, लेकिन पाकिस्तान के गृहमंत्री ने इस पूरे मामले में भारत का नाम घसीटा है। मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि पाकिस्तान का पीड़िता के बयान को न मानना उसके निचले स्तर पर गिर जाने को दर्शाता है। भारत के इस बयान पर पाकिस्तान लाल हो गया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत का बयान अनावश्यक और अवांछित है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज ने भारतीय बयान को खारिज किया और कहा कि भारत इस मामले में कोई पक्ष नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए दुनियाभर में अभियान चलाता है।
हफीज ने कहा कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ दुष्प्रचार करना बंद करे। उन्होंने आरोप लगाया भारत अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया में बाधा डाल रहा है।
इससे पहले पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद ने दावा किया था कि अफगान राजदूत की बेटी का अपहरण हुआ ही नहीं है।
शेख रशीद ने तो यहां तक दावा किया कि पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए यह अंतरराष्ट्रीय साजिश है। जिसका नेतृत्व भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ कर रही है।
रशीद ने कहा अब तक जितनी जांच हुई हैं, उससे पता चलता है कि सिलसिला का अपहरण नहीं हुआ। रशीद ने कहा कोई अपहरण नहीं हुआ। मैं पूरे देश को बताना चाहता हूं कि यह एक अंतरराष्ट्रीय साजिश है, जो रॉ के इशारे पर संचालित की जा रही है।
रशीद ने दावा किया कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ ने दुनियाभर में इसे अपहरण का रूप देकर प्रसारित किया।
पाकिस्तानी गृहमंत्री का यह बयान ऐसे समय आया, जब अफगानिस्तान ने अपने सभी वरिष्ठ राजनयिकों को इस्लामाबाद से वापस बुलाने का फैसला किया है।
अफगान राजदूत की बेटी सिलसिला का गत शुक्रवार को इस्लामाबाद के एक बाजार से अपहरण कर लिया गया था।
करीब 5 घंटे तक प्रताड़ित करने के बाद सिलसिला को एक सड़क पर फेंक दिया गया था। सिलसिला को काफी चोटें आई हैं और उनकी हड्डियां टूट गई हैं।