काबुल: काबुल के एयरपोर्ट के बाहर हुए दो सीरियल ब्लास्ट में 13 से अधिक लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोगों के घायल होने की सूचना है। मरने वालों में विदेशी नागरिक, बुजुर्ग, महिला और बच्चे शामिल हैं।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। अमेरिकी रक्षा संगठन पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने हमले की पुष्टि की है।
अफगानिस्तान से बाहर जाने के लिए काबुल एयरपोर्ट के बाहर छह हजार से अधिक लोग जमा थे।
इस बीच गुरुवार की शाम काबुल एयरपोर्ट के अब्बे गेट के बाहर बड़ा धमाका हुआ।
इस धमाके को आत्मघाती हमला माना जा रहा है। इसके बाद दूसरा धमाका बरून होटल के बाहर हुआ है, जहां पर ब्रिटेन के सैनिक ठहरे हुए थे।
पहले ब्लास्ट के बाद फ्रांस ने दूसरे धमाके को लेकर अलर्ट जारी किया था, जिसके कुछ देर बाद फिर से धमाका हुआ।
काबुल एयरपोर्ट और उसके आस-पास के इलाकों में धमाके की वजह से अफरा-तफरी का माहौल है।
अमेरिका, रूस और फ्रांस ने गुरुवार को ही अपने लोगों के लिए अलर्ट जारी किया था, उसके बावजूद लोग एयरपोर्ट पर जमे हुए थे। इन धमाकों के बाद भी कोई वापस अपने घर जाने को तैयार नहीं है।
सीरियल ब्लास्ट के बाद अमेरिका ने अपने लोगों को दूतावास वापस जाने और सुरक्षित जाने की एडवाइजरी जारी की है।
पेंटागन ने इस हमले में कई अमेरिकी सैनिकों के घायल होने और अमेरिकी नागरिकों की मौत की पुष्टि की है।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि काबुल एयरपोर्ट के पास हुए धमाकों में अमेरिका के नागरिक भी मारे गए हैं।
दूसरी तरफ तालिबान ने कहा है कि हमने अमेरिकी सैनिकों को धमाकों को लेकर आगाह किया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन काबुल में आत्मघाती हमले की जानकारी पर नजर बनाए हुए हैं और वह फिर राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं।
तालिबान और नाटो के बीच बढ़ सकता है तनाव
काबुल एयरपोर्ट पर दो आत्मघाती हमले के बाद तालिबान और नाटो बलों के बीच तनाव बढ़ने की उम्मीद है।
तालिबान पहले ही गुरुवार शाम को एक इतालवी वायु सेना के विमान पर गोलीबारी कर चुका है।
एयरपोर्ट पर रॉकेट से हमला संभव
काबुल एयरपोर्ट पर दो आत्मघाती हमलों के बाद अमेरिकी सैनिक वहां मौजूद लोगों से वहां से हटने के लिए कह रहे हैं।
अमेरिकी सैनिकों ने एयरपोर्ट और भीड़ पर रॉकेट से हमला होने की आशंका जताई है।