इस्लामाबाद: अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर स्थित चौकियों पर कब्जा करने के दौरान तालिबान को भारी खजाना हाथ लग गया है। तालिबान को इन चौकियों से तीन अरब पाकिस्तानी रुपया मिला है।
तालिबान के लड़ाकों ने क्रॉसिंग पर कब्जा करने के दौरान ये पैसे अफगान सुरक्षा बलों से छीन लिए। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अफगान तालिबान ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है।
बयान में तालिबान ने बताया कि कंधार के स्पिन बोल्डक इलाके में अफगान बलों की चौकियों से करीब 3 अरब पाकिस्तानी मुद्रा मिली है।
इन चौकियों पर अफगान सुरक्षा बलों का नियंत्रण नहीं रहा। तालिबान का अफगानिस्तान सरकार के खिलाफ हमला जारी है।
तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के साथ लगी महत्वपूर्ण स्पिन बोल्डक सीमा पर कब्जा कर लिया है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने जारी बयान में कहा, (तालिबान) मुजाहिदीन ने कांधार में वेश नामक एक महत्वपूर्ण सीमावर्ती शहर पर कब्जा कर लिया है।
तालिबान के प्रवक्ता ने दावा किया कि इसके साथ ही (स्पिन) बोल्डक-चमन और कंधार के बीच महत्वपूर्ण सड़क मुजाहिदीन के कब्जे में आ गई है।
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने पुष्टि की कि तालिबान ने क्रॉसिंग पर कब्जा कर लिया है। हालांकि, अफगान रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वह घटनाक्रम की जांच कर रहा है।
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर एएफपी को बताया, तालिबान ने चमन-स्पिन बोल्डक सीमा पर अफगान की चौकियों पर कब्जा कर लिया है।
तालिबान ने इन चौकियों पर अफगानिस्तान सरकार का झंडा हटाकर अपनी पताका लहरा दी है।
चौकियों पर कब्जा किए जाने के बाद अफगानिस्तान की तरफ से तालिबान समर्थक लोगों ने पाकिस्तान सीमा में दाखिल होने की कोशिश की। सीमा पर जुटी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैसे के गोले दागने पड़े।
पाकिस्तान के एक अधिकारी ने बताया कि लगभग 400 लोगों की एक अनियंत्रित भीड़ ने जबरदस्ती सीमा पार करने की कोशिश की।
उन्होंने पत्थर फेंके, जिससे हमें आंसू गैस का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर होना पड़ा। पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर काफी लोग सीमा पर इकट्ठा हुए थे।
नाम न छापने की शर्त पर एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि हमें लाठीचार्ज करना पड़ा क्योंकि लोग बेकाबू हो रहे थे।
चमन बॉर्डर पर तैनात एक सीनियर सरकारी अधिकारी जुमादाद खान ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है।
तालिबान के एक सूत्र ने बताया कि पाकिस्तान में घुसने की उम्मीद में सैकड़ों लोग अफगान की तरफ भी जमा हो गए थे।
सूत्रों ने बताया कि वो हम पाकिस्तानी अधिकारियों से बात कर रहे हैं। सीमा खोलने के लिए एक औपचारिक बैठक होनी है और उम्मीद है कि बॉर्डर एक या दो दिन में खुल जाएगा।
इस क्रॉसिंग के जरिए पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत तक जाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि तालिबान का शीर्ष नेतृत्व दशकों से बलूचिस्तान प्रांत में ही है।
साथ ही अनगिनत संख्या में तालिबान के लड़ाके भी पाकिस्तान में छिपे हुए हैं जो अपने गुट को मजबूत करने का काम करते हैं।