डाका: कोविड-19 के घातक प्रकोप को झेल चुके यूरोप, अमेरिका और एशिया के बाद अब जानलेवा वायरस अफ्रीका में तबाही मचा रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार यहां एक हफ्ते में कोरोना से मरने वालों की संख्या में 43फीसदी का इजाफा हुआ है।
अफ्रीकी महाद्वीप के कई देशों में इन्फेक्शन के मामले और अस्पताल में भर्ती किए जा रहे मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।
इन हालात के बीच ऑक्सिजन और आईसीयू बेड्स की कमी भी पड़ने लगी है। अफ्रीका में मृत्युदर 2.6फीसदी पहुंच गई है जो औसतन वैश्विक दर से 0.4फीसदी ज्यादा है।
डब्ल्यूएचओ के लिए अफ्रीका की क्षेत्रीय निदेशक मात्सीदीशो मोइती का कहना है कि अफ्रीका की तीसरी लहर विनाश के रास्ते पर है। यहां मामले 60 लाख से ज्यादा हो गए हैं।
अफ्रीका के 21 देशों में डेल्टा वेरियंट तेजी से फैल रहा है जिसका यह असर है। सबसे ज्यादा खराब हालात नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका, ट्यूनीशिया, युगांडा और जांबिया में हैं।
डब्ल्यूएचओ अफ्रीका का कहना है कि लॉकडाउन का पालन नहीं कर पाने के कारण यहां मामले और भी ज्यादा तेजी से बढ़े हैं।
सिर्फ एक महीने में 10 लाख मामले सामने आए जबकि 40 से 50 लाख जाने में तीन महीने लगे थे।
वहीं, वैक्सीन की सप्लाई बाधित होने की वजह से अब तक सिर्फ 5.3 करोड़ खुराकें लग सकी हैं जबकि सिर्फ 1.8 करोड़ अफ्रीकी पूरी तरह वैक्सिनेटेड हैं। पूरे महाद्वीप की 1.3 अरब की आबादी की तुलना में यह काफी कम है।
मोइती का कहना है कि वैक्सिनेशन को तेज करने की जरूरत है। उनके मुताबिक अमेरिका, यूरोप और कोवैक्स स्कीम के तहत अगले कुछ हफ्तों में सप्लाई आने की उम्मीद है।