तेलअवीव: हमास के साथ जंग रोककर विवादों में आए इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कुर्सी पर खतरा बढ़ गया है। नेतन्याहू को सत्ता से बेदखल करने के लिए इजरायल के विपक्षी दल साथ आ गए हैं।
इजरायल के राष्ट्रवादी नेता नफ्ताली बेनेट ने घोषणा की हैं कि वह गठबंधन सरकार में शामिल हो सकते हैं।
इसके बाद देश के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले प्रधानमंत्री नेतन्याहू का शासन काल खत्म हो सकता है।
बेनेट ने अपनी पार्टी की बैठक में कहा, मैं अपने मित्र यैर लेपिड के साथ मिलकर एकता सरकार बनाने के लिए सबकुछ करूंगा ताकि ईश्वर की इच्छा से हम दोनों मिलकर देश को एक अनियंत्रित गिरावट से रोक सकें।
साथ ही इजरायल को वापस रास्ते पर लाएंगे। लैपिड को नई सरकार बनाने का कार्यभार दिया गया है। इससे पहले दोनों ही नेताओं को एक डील पर सहमति जतानी होगी।
माना जा रहा है कि दोनों नेता बारी-बारी से दो-दो साल तक पीएम रह सकते हैं। बेनेट की घोषणा के साथ ही करीब 12 साल से सत्ता पर काबिज नेतन्याहू के शासन के खत्म होने की अटकलें लगाने लगी हैं।
बेनेट पहले नेतन्याहू के सहयोगी थे, लेकिन बाद में वे विरोधी हो गए। उन्होंने कहा कि इजरायल को दो साल में लगातार पांचवीं बार चुनाव से बचाने के लिए यह फैसला लिया है।
उधर, विरोधियों के एकजुट होने पर नेतन्याहू भड़क उठे हैं। उन्होंने इस गठबंधन को सदी का सबसे बड़ा धोखा करार दिया है। नेतन्याहू ने कहा, देश में एक भी ऐसा शख्स नहीं है, जो बेनेट को वोट देगा।
यह सदी का सबसे बड़ा धोखा है। उन्होंने कहा कि गठबंधन के बाद वामपंथी दल सत्ता में आए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस सरकार के बनने पर इजरायल कमजोर होगा। नेतन्याहू ने दावा किया कि देश में अभी भी दक्षिणपंथी सरकार संभव है।