जेनेवा: कोरोना वायरस के महामारी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम ने कहा कि ‘यह दुनिया अभी बेहद खतरनाक स्थिति में बनी रहेगी।’
डब्ल्यूएचओ ने जानलेवा वायरस के खतरे को लेकर गंभीर चेतावनी दी है। डब्ल्यूएचओ के सभी 194 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की वार्षिक बैठक में टेड्रोस अधनोम ने यह चेतावनी दी।
वैश्विक संस्था के मुखिया ने अमेरिका जैसे देशों को चेतावनी दी कि तेजी से कोरोना वायरस वैक्सीन लगाने के बाद भी खतरा खत्म नहीं हो जाएगा।
डब्ल्यूएचओ चीफ ने कहा कि जब तक कोरोना वायरस और उसके वेरिएंट फैल रहे हैं, ऐसे में शिथिलता बरतने के लिए कोई जगह नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘कोई गलती नहीं करें, ऐसा आखिरी बार नहीं होने जा रहा है जब दुनिया महामारी के खतरे का सामना कर रही है।
यह विकासपरक निश्चितता है कि एक और वायरस आएगा जो इस कोरोना वायरस की तुलना में और ज्यादा संक्रामक और घातक होगा।
बता दें कि डब्ल्यूएचओ चीफ लंबे समय से कोरोना वायरस को लेकर चीन को बचाने के आरोपों से घिरे हुए हैं। इसीलिए दुनियाभर में उनकी आलोचना होती रहती है।
टेड्रोस ने कोरोना वैक्सीन की जमाखोरी करने वाले देशों को भी जमकर सुनाया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस वैक्सीन के वितरण को लेकर दुनिया में ‘अपमानजनक असमानता’ पैदा हो गई है।
दुनिया की कुल 75 फीसदी कोरोना वैक्सीन को दुनिया के केवल 10 देशों में ही लगाया गया है। उन्होंने बताया कि गरीब देशों में लोगों की जान बचाने के लिए नए टारगेट सेट किए गए हैं।
डब्ल्यूएचओ चीफ ने वैक्सीन जमा करने वाले देशों से अनुरोध किया कि वे गरीब देशों को वैक्सीन दान करें।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पूरे विश्व में कोरोना के मामले बढ़कर 16 करोड़ को पार कर गए हैं।
इस महामारी से अब तक कुल 34 लाख लोगों की मौत हुई है। दुनिया के सबसे ज्यादा मामलों और मौतों के मामले में अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है।
कोरोना संक्रमण के मामले में भारत मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। वहीं कोरोना वायरस से मौतों के मामले में भारत अमेरिका, ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर बना हुआ है।