श्रीनगर: हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (एम) के अध्यक्ष तथा अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक को गुरुवार को रिहा कर दिया गया। वह करीब 20 महीने से घर में नजरबंद थे।
सूत्रों के अनुसार मीरवाइज अब अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभाने के लिए स्वतंत्र हैं।
कश्मीर के प्रमुख मौलवी बाहर निकल सकते हैं और अपनी इच्छा के अनुसार कहीं भी जा सकते हैं।
मीरवाइज को भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को खत्म करने से एक दिन पहले 4 अगस्त, 2019 को उनके अपने ही घर में नजरबंद कर दिया गया था और तत्कालीन राज्य को केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया था।
जानकारी के अनुसार मीरवाइज 82 सप्ताह के बाद कल शुक्रवार को ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में सभा को संबोधित भी करेंगे।
मीरवाइज को कश्मीर में बढ़ती नशीली दवाओं के दुरुपयोग के मुद्दे पर चर्चा के लिए मीरवाइज मंजिल राजौरी कदल, श्रीनगर में उलेमा काउंसिल मीट में भाग लेने के लिए भी आमंत्रित किया गया है और उनके इस कार्यक्रम में भाग लेने की पूरी संभावना है।