रांची: तमाड़ से विधायक रहे रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड (Ramesh Singh Munda murder case) में अब जांच के साथ गवाहों को पेश करने की कार्रवाई भी तेज कर दी गई है।
इस हाईप्रोफाइल हत्याकांड (High Profile Massacre) में पिछले तीन दिनों में लगातार तीन गवाहों को पेश किया गया है। इनमें श्याम सुंदर हजाम, शंकर महतो व डॉ सुरजीत सिंह की गवाही को दर्ज कराया गया है।
गवाहों को NIA के विशेष न्यायाधीश MK Verma की अदालत में पेश किया गया। बता दें कि पूर्व मंत्री की हत्या साल 2008 में कर दी गई थी।
बचाव पक्ष की ओर से प्रति परीक्षण किया गया
गवाही पूरी होने के बाद बचाव पक्ष की ओर से प्रति-परीक्षण किया गया। मामले में अब तक 31 गवाही हो चुकी है। अदालत ने अगली गवाही की तारीख 21 नवंबर निर्धारित की है।
मामले में पहली गवाही 24 सितंबर 2018 को प्रस्तुत किया गया था। जो 9 जनवरी 2019 को पूरी हुई थी।
कार्यक्रम के दौरान वारदात को दिया गया था अंजाम
उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा की हत्या (Murder) नौ जुलाई 2008 को बुंडू के स्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान नक्सलियों ने गोली मारकर कर दी थी।
इस मामले में पूर्व मंत्री गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर, नक्सली कुंदन पाहन समेत अन्य आरोपी जेल से ही ट्रायल फेस (Trial Face) कर रहे हैं। बता दें कि वारदात के दिन कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ मच गई थी।