नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हालिया कई राज्यों के पंचायत चुनावों में भाजपा की जीत को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा है कि पंचायत चुनावों में कांग्रेस का वही हाल हुआ, जो उनके निवर्तमान अध्यक्ष(राहुल गांधी) का अमेठी में हुआ।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने यहां पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के संकल्प के साथ भाजपा के देशभर के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 27 सितंबर, 2020 से लेकर कल तक एक प्रदेश का विधानसभा चुनाव, 11 प्रदेशों में उपचुनाव, 8 स्थानीय निकाय के चुनाव में भाजपा के लिए अभूतपूर्व जीत दर्ज कराई है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किसान आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, जब से कृषि सुधार बिल देश की संसद ने पारित किए तब से विपक्षी दल एक भ्रांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
उनका आरोप रहा है कि देश की ग्रामीण जनता भारत सरकार के सामने अपनी पीड़ा व्यक्त कर रही है।
लेकिन आंकड़े बताते हैं कि किस प्रकार से किसानों, ग्रामीणों, गृहणियों और सामान्य जनता ने पिछले चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पर अपना विश्वास प्रतिस्थापित किया है।
स्मृति ईरानी ने कहा, अरुणाचल प्रदेश में 22 दिसंबर को वोटिंग के बाद अब तक 242 जिला पंचायत की सीटों में से भाजपा ने 187 में जीत दर्ज कराई है।
साथ ही 6,450 ग्राम पंचायत के हमारे सदस्य अरुणाचल में चुनकर आए हैं।
भाजपा ने पासीघाट म्यूनिसिपल काउंसिल में भी अपनी जीत दर्ज करा ली है।
इसकी तुलना में कांग्रेस पासीघाट में 2 तक सिमट कर रह गई है। ग्राम पंचायत में भी कांग्रेस का वही हाल हुआ जो उनके निवर्तमान अध्यक्ष का अमेठी में हुआ।
स्मृति ईरानी ने गोवा में भी भाजपा की जीत का खासतौर से उल्लेख करते हुए कहा, गोवा में जिला पंचायत के चुनाव ने अनोखा इतिहास रचा। उसमें 48 सीटों में से भाजपा 33 सीटों पर जीती।
आज दिल्ली में वो राजनीतिक दल जो चक्का जाम करके बैठे हैं, वो मात्र एक सीट पर सिमट कर रह गए।
केंद्रीय मंत्री ने बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल और ग्रेटर हैदराबाद म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के चुनावों में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के लिए स्थानीय कार्यकर्ताओं की प्रशंसा की।
जम्मू-कश्मीर के पंचायत चुनावों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, डीडीसी का चुनाव जम्मू कश्मीर की धरती पर एक अनोखा इतिहास रच गया।
इस चुनाव में भाजपा ने 75 सीटों पर अपनी जीत दर्ज कराकर, जनता के बीच नरेंद्र मोदी के प्रति विश्वास को और मजबूत किया। गुजरात उपचुनाव के ऐतिहासिक परिणाम कौन भूल सकता है, जहां भाजपा ने 8 में से 8 सीटें जीती और कांग्रेस पार्टी शून्य पर सिमट गई।