Chief Electoral Officer Meeting: झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने शुक्रवार को निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी स्तर पर गाइडलाइंस का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में किसी प्रकार का शॉर्टकट नहीं अपनाया जाना चाहिए, क्योंकि इससे गलतियों की संभावना बढ़ जाती है।
राजनीतिक दलों से संवाद आवश्यक
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने यह भी कहा कि भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के निर्देशानुसार, सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारियों (डीईओ) और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारियों (ईआरओ) को राजनीतिक दलों के साथ बैठक करनी होगी। उन्होंने कहा, “राजनीतिक दलों से प्राप्त सुझावों को कानूनी प्रावधानों के अनुसार अमल में लाया जाए, ताकि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित हो सके।”
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्तों और निर्वाचन से जुड़े अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भेजे गए पीपीटी (प्रेजेंटेशन) पर भी विस्तृत चर्चा हुई और इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सुझाव मांगे गए।
मतदाता सूची में सुधार और सटीकता पर जोर
बैठक के दौरान श्री कुमार ने मतदाता सूची की सटीकता सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राजनीतिक दलों की ओर से मतदाता पहचान पत्र से जुड़े जो भी मुद्दे उठाए जाते हैं, उनका जल्द से जल्द समाधान किया जाए।
उन्होंने कहा, “मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रमों की वजह से मतदाता सूची में सुधार हुआ है, लेकिन यह प्रक्रिया सतत रूप से जारी रहनी चाहिए। सभी कंप्यूटर ऑपरेटरों को भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करना होगा और किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचना होगा।”
विधानसभा निर्वाचन 2024 की पुस्तिका का विमोचन
इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा विधानसभा निर्वाचन 2024 से संबंधित एक पुस्तिका का विमोचन किया गया। इस पुस्तिका में आगामी विधानसभा चुनावों से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़ों और जानकारियों को साझा किया गया है।
बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
इस बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देव दास दत्ता, अवर निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुमार सहित सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी, ईआरओ, उप निर्वाचन पदाधिकारी और निर्वाचन से जुड़े अन्य अधिकारी शामिल हुए।