नई दिल्ली: इंडियन स्कूल ऑफ हॉस्पिटैलिटी (आईएसएच) देश का एक प्रमुख शिक्षण संस्थान है। यहां के छात्र अभिजीत दुआ और कनिष्क दवर कलिनरी स्टूडेंट ऑफ द ईयर प्रतियोगिता के फाइनल राउंड में अपनी जगह बनाने में सफल रहे हैं। इसे शेफ्स टेबल स्टूडियो द्वारा आयोजित किया गया था।
देश के कुछ बेहतरीन हॉस्पिटैलिटी कॉलेज इस प्रतियोगिता का हिस्सा बने हैं।
कुल 450 विद्यार्थियों ने अपनी प्रविष्टियां भेजी थीं, जिनमें से फाइनल राउंड के लिए सिर्फ 15 विद्यार्थी ही चुने गए हैं।
इस राउंड में कई दिग्गज शेफ जज के तौर पर शामिल रहेंगे।
अब ये 15 प्रतिभागी कलिनरी स्टूडेंट ऑफ द ईयर के खिताब को जीतने के लिए एक लाइव कुकिंग सेशन में परफॉर्म करेंगे।
अभिजीत और कनिष्क इंडियन स्कूल ऑफ हॉस्पिटैलिटी में कलिनरी आर्ट्स प्रोग्राम के छात्र हैं।
इन्होंने खाना पकाने की नई विधियों का इस्तेमाल कर एक फ्यूजन कॉम्पोजिशन बनाया था।
फाइनल राउंड तक पहुंचने के लिए अभिजीत ने सू वेडे एंड टॉच्र्ड रिवर सोल, लेमन राइस क्रेकर, मीन मोइले सॉस, कोकोनट लेमनग्रास क्रीम एंड जेल, टोबिको, करी लिव्स डस्ट एंड कोरिएंडर हर्ब ऑयल जैसे लजीज व्यंजन तैयार किए थे, जबकि कनिष्क ने पैन फ्राइड नूडल्स के साथ मुर्ग मलाई टिक्का को पेश किया था।
मौजूदा कोविड की स्थिति को देखते हुए फाइनल राउंड को वर्चुअली आयोजित किया जाएगा, जिसे देश भर से दर्शक ऑनलाइन शामिल रहेंगे।
अपने-अपने संस्थानों और घरोंसे विद्यार्थी कैमरे के सामने लाइव कूकिंग करेंगे और खिताब को हासिल करने के लिए अपना पूरा जोर लगा देंगे।
प्रतियोगिता के अंतिम दौर के लिए आईएसएच के डीन-एकाडेमिक्स राजीव गुलशन ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी हैं।
उन्होंने कहा, खिताब को जीतने के लिए भारत के 15 युवा शेफ्स को आपस में प्रतिस्पर्धा करते हुए देखने का हमें बेसब्री से इंतजार है।
प्रतियोगिता में जीत हासिल करने के लिए इन्हें जी-जान लगाते हुए देखना रोमांचकर है।
ये सभी काफी अलग-अलग तरह के व्यंजन बना रहे हैं। युवाओं द्वारा नई विधियों के साथ पुराने व्यंजनों को तैयार करते हुए देखना काफी रिफ्रेशिंग है।
उन्होंने आगे कहा, इन्हें लाइव कूकिंग करते हुए देखना एक मैजिक है।
मैं निश्चित हूं कि ये सभी अपने करियर में भी कुछ बहुत अच्छा करेंगे।
यह हमारे जैसे संस्थानों के लिए अनिवार्य है कि हम पाक कला को आगे बढ़ाएं और हमारे विद्यार्थियों को बेहतर अवसर उपलब्ध कराएं। इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए जुनून और दृढ़ता का होना बहुत जरूरी है।
मैं निश्चित हूं कि आईएसएच के विद्यार्थी हमें गौरवान्वित करेंगे।