Jharkhand Academic Council: झारखंड के मैट्रिक और इंटर के छात्रों के लिए अच्छी खबर है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) होली के बाद उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू करेगा।
मूल्यांकन पूरा होने के बाद परीक्षा परिणाम (Exam Result) जून के पहले सप्ताह में जारी किए जाने की संभावना है। बोर्ड ने अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन तैयारियां पहले से चल रही हैं।
25 मार्च तक पूरी होगी प्रैक्टिकल परीक्षाएं
राज्य में मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं (Matriculation and Intermediate examinations) 11 फरवरी से शुरू हुई थीं। पहले थ्योरी परीक्षाएं संपन्न हुईं, जिसके बाद 10 मार्च से स्कूल-कॉलेजों में प्रैक्टिकल परीक्षाएं चल रही हैं। दो दिन होली की छुट्टी के बाद 18 मार्च से दोबारा परीक्षाएं शुरू होंगी और 25 मार्च तक पूरी कर ली जाएंगी।
होली के बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू
अब तक थ्योरी परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन केंद्रों तक नहीं भेजा गया है। होली के बाद मूल्यांकन केंद्रों का निर्धारण किया जाएगा, जिसके बाद उत्तर पुस्तिकाओं का उठाव होगा। मार्च के अंतिम सप्ताह से कॉपियों की जांच शुरू होने की संभावना है।
पहले मैट्रिक और साइंस का रिजल्ट, फिर आर्ट्स और कॉमर्स
बोर्ड हर साल परीक्षा परिणाम दो चरणों में जारी करता है। इस बार भी मई के अंतिम सप्ताह में मैट्रिक (10वीं) और इंटर (12वीं) साइंस के नतीजे घोषित किए जाएंगे। इसके बाद जून के पहले सप्ताह में इंटर आर्ट्स और कॉमर्स के परिणाम जारी किए जाएंगे।
राज्यभर में हजारों परीक्षार्थी हुए शामिल
इंटर की परीक्षाएं 3 मार्च तक पूरी हो गई थीं, लेकिन पेपर लीक की वजह से कुछ परीक्षाएं 8 मार्च तक बढ़ा दी गई थीं। पूरे राज्य में 2086 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
मैट्रिक की परीक्षा में 4,33,890 परीक्षार्थी शामिल हुए, जिनके लिए 1297 केंद्र बनाए गए थे। वहीं, इंटर की परीक्षा के लिए 3,50,138 परीक्षार्थियों को 789 केंद्रों पर परीक्षा देनी पड़ी। मैट्रिक परीक्षा सुबह 9:45 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक हुई, जबकि इंटर की परीक्षा दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:15 बजे तक चली।
रिजल्ट कहां और कैसे मिलेगा
परीक्षा परिणाम झारखंड एकेडमिक काउंसिल की आधिकारिक वेबसाइट jac.jharkhand.gov.in और jacresults.com पर जारी किए जाएंगे। परीक्षार्थी अपने रोल नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए ऑनलाइन परिणाम देख सकेंगे। रिजल्ट जारी होने के बाद छात्रों को SMS और Website के माध्यम से जानकारी दी जाएगी।