रांची: कोरोना बढ़ते मामलों के बीच बोर्ड परीक्षा आयोजित करना बड़ा चैलेंज बन गया है। इसे देखते हुए सीबीएसई समेत कई बोर्ड ने बिना परीक्षा लिये ही छात्रों को पास करने का फैसला किया है।
लेकिन, इस संबंध में झारखंड में अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर स्टूडेंट्स व उनके पेरेंट्स ऊहापोह की स्थिति में हैं।
क्या कहते हैं जैक चेयरमैन
झारखंड एकेडमिक काउंसिल के चेयरमैन डॉ. अरविंद सिंह ने बताया कि जैक या सरकार अब तक इसकाे लेकर किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सकी है।
लेकिन, कोरोना के मामले जिस तेजी से सामने आ रहे हैं और वो जानलेवा भी हैं।
उसे देखते हुए अभी परीक्षा आयोजित कराना किसी भी परिस्थिति में संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जून में इस मामले की समीक्षा कर फैसला लेने का आश्वासन दिया है।
ऐसे में बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों व उनके अभिभावकों को जून तक इंतजार करना चाहिए और परीक्षा की तैयारी जारी रखनी चाहिए। जैक चेयरमैन ने कहा कि फैसला वही लिया जाएगा जो छात्रहित में होगा।
बोले जैक अध्यक्ष- हमारे पास कोई डेटाबेस नहीं
जैक चेयरमैन डॉ. अरविंद सिंह ने कहा कि जिस तरह से सीबीएसई ने बिना परीक्षा के ही छात्रों को पास करने का निर्णय लिया है।
अगर कोरोना की रफ्तार नहीं थमी तो उस दिशा में जैक भी जा सकता है।
हालांकि, हमारे लिए समस्या यह है कि सीबीएसई की तरह हमारे स्कूलों के पास बोर्ड परीक्षा से पहले स्कूल स्तर पर होने वाली परीक्षाओं का कोई डेटाबेस नहीं होता है।
सीबीएसई में आंतरिक परीक्षाओं के आधार पर ही छात्रों को अंक देकर पास किया जाएगा। हमारे पास परीक्षा का कोई डेटाबेस नहीं है।
अप्रैल में शुरू होनी थी परीक्षा, कोरोना से टली
बता दें कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से आयोजित होने वाली मैट्रिक व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा अप्रैल में ही होने वाली थी।
इसकी पूरी तैयारी कर ली गई थी। लेकिन, अचानक कोरोना के मामले सामने आने लगे।
इसके बाद परीक्षा को स्थगित कर दिया गया। ऐसे में छात्र यह जानना चाह रहे हैं कि उनका आगे क्या होगा।