रांची: स्थायीकरण व वेतनमान की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत रहे झारखंड के लगभग 65 पारा शिक्षकों के लिए गुड न्यूज है। वेतनमान, स्थायीकरण व सेवा शर्त नियमावली का प्रस्ताव शिक्षा विभाग ने मंत्री जगरनाथ महतो को सौंप दिया है।
मंत्री जगरनाथ महतो प्रस्ताव को स्टडी कर रहे हैं। इसके बाद इसी सप्ताह प्रस्ताव का प्रारूप पारा शिक्षकों के संगठनों को दिया जाएगा।
पारा शिक्षक प्रस्ताव को स्टडी करेंगे। इसके बाद पारा शिक्षकों की सेवा शर्त नियमावली को फाइनल रूप दिया जाएगा।
यानी पारा शिक्षकों के स्थायीकरण का रास्ता साफ हो गया है। चंद दिनों में पारा शिक्षकों के वर्षों से आंदोलन का परिणाम आने वाला है।
बिहार की तर्ज पर होगी सेवा शर्त नियमावली
बिहार की तर्ज पर जो झारखंड के पारा शिक्षकों के हित में जो कुछ भी छूट गया होगा, उस ओर पारा शिक्षक शिक्षा मंत्री और विभाग का ध्यान आकृष्ट करा सकेंगे।
प्रस्ताव की कमियों को पारा शिक्षकों के संगठन लिखित रूप में शिक्षा मंत्री को सौंपेंगे। उसके बाद शिक्षा विभाग द्वारा पारा शिक्षकों के उन सुझावों को प्रस्ताव में अंतिम रूप से जोड़ा जाएगा।
शिक्षा मंत्री और पारा शिक्षकों की ओर से अंतिम सहमति दिए जाने के बाद प्रस्ताव को वित्त और विधि विभाग की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
यहां उठ सकता है सवाल, पिछले साल भी इस पर जतायी गई थी आपत्ति
शिक्षा विभाग की ओर से तय किए गए प्रस्ताव में राज्य के वैसे पारा शिक्षक जो प्रशिक्षित के साथ-साथ शिक्षक पात्रता परीक्षा पास हैं, उन्हें वेतनमान लागू होने के साथ लाभ मिलेगा। राज्य में ऐसे करीब 11 हजार पारा शिक्षक हैं।
वहीं, जो पारा शिक्षक टीईटी पास नहीं हैं, उनके लिए तीन बार सीमित परीक्षा का आयोजन होगा। ऐसे में एक वेतनमान के लिए दो परीक्षा को आधार बनाने पर आपत्ति कर सकता है। विधि विभाग ने पिछले साल भी इस पर आपत्ति जतायी थी।
शिक्षा विभाग ने जब बाकी पारा शिक्षकों के लिए टीईटी या सीमित परीक्षा लेने पर विधि विभाग की राय मांगी थी तो विभाग ने पीटी लेने का सुझाव दिया था।
पारा शिक्षकों को वेतनमान देने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा और सीमित परीक्षा दोनों के प्रावधान पर विधि विभाग सवाल उठा सकता है।
हर महीने पारा शिक्षकों की कितनी बढ़ेगी सैलरी
यहां बताते चलें कि वर्तमान में टीईटी पास पहली से पांचवी के पारा शिक्षकों को 14000 रुपये और छठी से आठवीं के पारा शिक्षकों को 15000 रुपये मिलते हैं।
मेरे आवास में पारा शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों के साथ आहूत बैठक सकारात्मक वार्ता एवं विमर्श के साथ संपन्न हुआ जिसमें कई अहम बिंदुओं पर सहमति बनी है।
● बिहार राज्य में पारा शिक्षकों को दिए जा रहे सुविधाओं एवं मानदेय के अनुरूप हीं, झारखण्ड राज्य के पारा शिक्षकों को भी सुविधाएं 1/2 pic.twitter.com/KZPyfKDJln— Jagarnath Mahto (@Jagarnathji_mla) August 7, 2021