Haryana-Punjab Shambhu border: किसान आंदोलन के कारण 10 महीने से बंद हरियाणा-पंजाब का शंभू बॉर्डर (Haryana-Punjab Shambhu border) खोलने पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।
Supreme Court ने कहा कि आंदोलनकारी किसान अगर गठित कमेटी के सामने नहीं जाना चाहते तो सीधे सुप्रीम कोर्ट आ सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट उनकी बातों को सुनने के लिए तैयार है।
सुप्रीम कोर्ट ने 23 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) की तबीयत पर भी चिंता जताई। कोर्ट ने कहा कि उनकी जिंदगी बहुत महत्वपूर्ण है। इस दौरान सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि अगर उनको कुछ होता है बहुत मुश्किल हो जाएगी।
हम सिर्फ केंद्र सरकार से बात करेंगे: डल्लेवाल
कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल को बचाने के लिए जो भी जरूरी कदम उठाने हों, मेडिकल हेल्प देना होगा, राज्य सरकार तत्काल कदम उठाए।
इस मामले में कल फिर होगी सुनवाई। इस सुनवाई से पहले किसान नेता डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट की बनाई मध्यस्थता कमेटी के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह (Nawab Singh) को 2 पेज की चिट्ठी लिखी।
इसमें डल्लेवाल ने कहा कि हम सिर्फ केंद्र सरकार से बात करेंगे। कमेटी से मुलाकात के बावजूद वे शंभू या खनौरी बॉर्डर पर नहीं आईं। क्या यह कमेटी मेरी मौत का इंतजार कर रही थी।