नई दिल्ली: जगुआर लैंड रोवर ने एक ऐसा कैबिन प्योरिफिकेशन सिस्टम तैयार किया है, जोकि कार के अंदर कोरोना के वायरस और बैक्टिरिया को 97 प्रतिशत तक फैलने से रोकता है। यह सिस्टम पैनासोनिक कंपनी ने तैयार किया है।
अभी यह प्रोटोटाइप फेस में ही है। पैनासोनिक के इस नानोई एक्स डिवाइस को वैंटीलेशन और एयर कंडिशनिंग सिस्टम के साथ पेयर किया जा सकता है।
इस प्योरिफायर में कैमिकल्स दिए गए हैं जोकि वॉटर ड्रॉपलेट्स के जरिए वायरस को बेअसर करने के काम आते हैं।
रिसर्च ऑर्गनाइजेशन टेक्सेल ने पाया है कि नानोई एक्स तकनीक ने दो घंटे के परीक्षण के दौरान 99.995 प्रतिशत से अधिक वायरस को फैलने से रोका है, वहीं जेएलआर और वायरोलोजी लैब ने पता लगाया है कि नानोई एक्स डिवाइस में क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम दिया गया है जोकि वायरस और बैक्टिरिया को 97 प्रतिशत तक रोकता है।
नानोई एक्स टेक्नोलॉजी हाई वोल्टेज इलैक्ट्रिसिटी पर काम करती है जिससे हाइड्रॉक्सिल (ओएच) रेडिकल केमिकल कंपाउंड क्रिएट होता है, वहीं एयरबोन केमिकल में नैनो साइज वाटर ड्रॉपलेट दिए गए हैं।
ये केमिकल वायरस के शैल और जीनोम्स पर काम करता है और उन्हें निष्क्रिय करता है।
इसके अलावा एलर्जी को भी रोकता है। जैगुआर लैंड रोवर के इंजीनियर अलेक्जेंडर ओवेन ने कहा है कि केमिस्ट्री में हाइड्रॉक्सिल (ओएच) रेडिकल सबसे जरूरी नेचुरल ओक्सीडेंट होते हैं, जोकि हवा को क्लीन करते हैं और हमारे एटमॉस्फियर से पोल्यूशन को कम करते हुए अन्य हानिकारक पदार्थों को भी कम करने में मदद करते हैं।
इस नई टेक्नोलॉजी को आने वाले समय में व्हीकल्स के केबिन में लगाया जा सकेगा।
जगुआर लैंड रोवर का कहना है कि सबसे पहले उन्हें यह सिस्टम मिलने वाला है।
आपको बता दें कि फिलहाल जगुआर लैंड रोवर की आईपेस ईवी और रेंज रोवर इवोक में पैनासोनिक की मौजूदा नानोई एयर प्योरिफिकेशन टेक्नोलॉजी मिलती है। माना जा रहा है कि कंपनी की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी इससे 10 गुणा ज्यादा इफेक्टिव होगी।