India-Qatar Tensed Relations: विदेश मंत्री S जयशंकर (S Jaishankar) ने कतर में हिरासत में लिए गए 8 भारतीयों के परिवारों से मुलाकात की है। कतर में हिरासत में लिए गए ये भारतीय नौसेना के पूर्व कर्मी हैं।
उन्होंने परिवार को भरोसा दिया है कि रिहाई के लिए भारत सरकार (Indian government) लगातार प्रयास कर रही है। सभी को जासूसी के आरोप में बीते साल हिरासत में लिया गया था और हाल ही में सजा-ए-मौत सुनाई गई है।
भारतीयों के परिवारों से जयशंकर की मुलाकात
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ‘X’ पर उन्होंने लिखा, ‘कतर में हिरासत में लिए गए 8 भारतीयों के परिवारों से सुबह मुलाकात की। इस बात पर जोर दिया कि सरकार इस मामले को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मान रही है।
बताया कि सरकार उनकी रिहाई के लिए सभी प्रयास जारी रखेगी। इस संबंध में हम परिवारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’
PM से दखल की अपील
इंडियन एक्सप्रेस (Indian Express) से बातचीत में कमांडर तिवारी की बहन मीतू भार्गव ने मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दखल देने की मांग की है। ग्वालियर की रहने वाली भार्गव इन 8 भारतीयों में पहली रिश्तेदार हैं, जो रिहाई के लिए मदद मांगने सामने आईं हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम रक्षा मंत्री से पहले मिले थे। बीते साल संसद में जयशंकर जी (Jaishankar ji) ने कहा था कि यह संवेदनशील मामला है और ये लोग हमारी प्राथमिकता हैं।’
उन्होंने बताया, ‘लेकिन अब किसी और के हस्तक्षेप के लिए समय नहीं बचा है। हमारे पास ज्यादा समय नहीं है। हम 8 पूर्व सैनिकों को वापस लाने के लिए हमारे प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत रूप से इस मामले में हस्तक्षेप (Interference) करने का अनुरोध करते हैं।’
भारतीयों का परिचय
हिरासत में लिए जाने से पहले अल दाहरा कंपनी में काम करते थे। अगस्त 2022 में हिरासत में लिए जाने वालों में कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और सेलर रागेश गोपकुमार (Ragesh Gopkumar) का नाम शामिल है।